पूर्व मंत्री जगन्नाथ की 87वीं जयंती:किसानों के विरोध को देखते हुए जयंती समारोह में नहीं पहुंचे सांसदईशरवाल में पूर्व मंत्री जगन्नाथ की जंयती पर था समारोह
पूर्व मंत्री जगन्नाथ का 87वीं जयंती का समारोह उनकी समाधि स्थल पर गांव ईशरवाल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सांसद धर्मवीर सिंह को मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत करनी थी। सांसद के कार्यक्रम की सूचना किसानों के पास पहले ही थी।
किसान सुबह ही ट्रैक्टरों सहित सांसद का विरोध करने के लिए ईशरवाल समाधि स्थल के नजदीक एकत्रित हुए। किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस बल मौके पर पहुंचा। किसानों के विरोध के कारण सांसद ने अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। किसानों ने कहा कि सरकार जब तक कानूनों को रद्द नहीं कर देती तब तक धरने प्रदर्शन चलते रहेंगे और किसी भी गांव में भाजपा व जजपा नेता को नहीं आने दिया जाएगा। धरना स्थल पर पहुंचे सदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों का सबसे बड़ा गद्दार है।
महाराज ने किसानों को कहा कि भाजपा व जजपा के नेता कहीं भी किसी गांव में भी आए तो मेरे पास फोन करके बता देना किसानों के समर्थन के लिए मैं कम से कम 20 गाड़ियां भेज दूंगा। महाराज ने कहा कि किसानों को किसी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर किसानों का भाईचारा इसी तरह कायम रहा तो सरकार को आखिर किसानों के आगे झुकना पड़ेगा।
इस मौके पर महेंद्र नंबरदार ईश्रवाल, वेदपाल, जेपी हसानियां, बीरसिंह, सोमबीर, पवन, धर्मबीर, दिनेश, बलराज आदि किसान मौजूद थे।