किसानों का दिल्ली कूच:हरियाणा पुलिस ने कर्ण लेक करनाल पर लगाया नाका; धारा 144 लागू, कुरुक्षेत्र और अंबाला में हो चुका है टकरावहरियाणा पुलिस ने कर्ण लेक पर पत्थर के बैरिकेड्स और बजरी भरे ट्रक खड़े कर दिए हैं
सर्विस लेन पर भी बैरिकेडिंग की गई है, ट्रैफिक को इंद्री और लाडवा से निकाला जा रहा हैकेंद्र सरकार के नए कृषि बिल के विरोध में पंजाब और हरियाणा के किसान पिछले दो महीनों से सड़कों पर हैं। लेकिन अब उनका दिल्ली चलो आंदोलन मुसीबत बन गया है। दिल्ली जाने के लिए किसानों को हरियाणा से गुजरना होगा। उधर, प्रदेश सरकार ने ऐलान किया है कि किसानों को किसी कीमत पर हरियाणा में घुसकर माहौल खराब करने नहीं दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेश में दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे ब्लॉक कर दिया गया है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान और अर्धसैनिक बल तैनात हैं। हरियाणा पंजाब बॉर्डर को सील कर दिया गया है। प्रदेशभर में पंजाब से लगती सीमाएं सील हैं और कई जिलों में धारा-144 लागू कर दी गई है। गुरुवार को हरियाणा पुलिस ने करनाल में कर्ण लेक पर नाका लगाया है। वहां पत्थर के बैरिकेड्स और बजरी भरे ट्रक खड़े कर दिए हैं। सर्विस लेन पर भी बैरिकेडिंग की गई है। इस ओर आने वाले ट्रैफिक को इंद्री और लाडवा से निकाला जा रहा है।कर्ण लेक पर जहां नाका लगाया है, यहां पर सर्विस लेन नहीं है। इस नाके को तोड़ना किसानों के लिए आसान नहीं होगा। इसलिए जिला प्रशासन ने अपनी प्लानिंग चेंज की है। जो किसान पंजाब, अंबाला और पिपली से आएंगे, उन्हें यहीं पर रोक लिया जाएगा। जिला प्रशासन ने पहले घरौंडा में तीन जगह जीटी रोड पर नाके लगाने की प्लानिंग की थी। वहां पर पत्थर के बैरीकेड रखे गए थे, उन्हें उठाकर कर्ण लेक पर जीटी रोड के दोनों साइड नाका लगा दिया है।
डीसी का आदेश: कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा
डीसी ने अधिकारियों को मुख्यालय पर तैनात रहने तथा बिना अनुमति के जिला मुख्यालय न छोड़ने की हिदायत दी है। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता को निर्धारित स्थानों पर मजबूत बैरिकेडिंग करने के आदेश दे दिए। साथ ही किसी भी कार्रवाई को अमल में लाने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है।
अंबाला में प्रदर्शन, पुलिस से भिड़े किसान
बुधवार को राजधानी दिल्ली जाने के लिए निकले किसानों को अंबाला में चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे पर पुलिस ने रोक दिया। इससे आक्रोशित किसान पुलिस से भिड़ गए। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का सहारा लिया। किसानों के प्रदर्शन के चलते चंड़ीगढ़-दिल्ली हाईवे पर 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। करीब 8 घंटे से हाईवे पर लोग परेशान हैं। पुलिस लगातार किसानों को हटाने की कोशिश कर रही है।
हरियाणा जाने वाली सभी रोडवेज बसों पर रोक
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने 26 नवंबर को दिल्ली में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा-पंजाब बॉर्डर सील कर दिया है। पंजाब और चंडीगढ़ जाने वाली सभी रोडवेज बसों पर रोक लगा दी है। राज्य सरकार ने कहा कि जब तक ये आंदोलन जारी रहेगा तब तक रोडवेज की कोई बस पंजाब नहीं जाएगी। पंजाब से हरियाणा आने पर भी रोक लगा दी गई है।
कुरुक्षेत्र में आमने-सामने हुए किसान और पुलिस
पहले अम्बाला में रोकने की कोशिश हुई। इसके बाद जीटी रोड पर कुरुक्षेत्र में गांव त्योड़ा के पास करीब सवा दो घंटे तक किसानों व पुलिस के बीच नोकझोंक होती रही। दोनों जगह पानी की बौछारें भी पुलिस ने बरसाई। पानी की बौछारों के बीच किसान जबरन बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ गए। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर सैकड़ों किसान सुबह मोहड़ा में जुट गए। किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने भी भारी-भरकम इंतजाम किए थे।
आदेश अस्पताल से कुछ पहले ही पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए थे। पहले यहां रोके रखा। यहां बैरिकेड तोड़कर किसान जीटी रोड पर आगे बढ़े। कुरुक्षेत्र सीमा में त्योड़ा में पुलिस ने जबरदस्त नाकाबंदी की थी। प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, प्रदेश प्रवक्ता राकेश बैंस और जसबीर सिंह मामू माजरा की अगुवाई में किसान करीब साढ़े तीन बजे त्योड़ा पहुंच गए। यहां करीब साढ़े पांच बजे तक पुलिस व किसान आमने सामने रहे।मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा- वापस लें अपील
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों से दिल्ली कूच करने का ऐलान वापस लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इससे आम लोगों को परेशानी होगी। कृषि बिल किसानों के हित में है और इससे उन्हें लाभ ही मिलेगा।