राफेल पर सियासत:राहुल गांधी ने राफेल पर वायु सेना को बधाई दी; सरकार से कीमत, संख्या और अनिल अंबानी को कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने पर सवाल पूछे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा- एक विमान की कीमत 526 करोड़ की जगह 1670 करोड़ रु. क्यों दी गई?
एचएएल की जगह अनिल अंबानी के कंपनी को 30 हजार करोड़ रुपए का ठेका दिए जाने पर भी सवाल पूछाकांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमानों को अपने बेड़े में शामिल करने के लिए वायु सेना को बधाई दी। साथ ही उन्होंने सरकार से तीन सवाल भी किए। उन्होंने उन्हीं सवालों को फिर से दोहराया है जो वह पहले उठाते रहे हैं।राहुल गांधी ने सरकार से पूछा कि राफेल के एक विमान की कीमत 526 करोड़ की बजाए 1670 करोड़ रु. क्यों दी गई? 126 की जगह सिर्फ 36 विमान ही क्यों खरीदे गए?। साथ ही सवाल किया कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएएल की बजाए विमानों के रखरखाव का 30 हजार करोड़ रुपए का ठेका कर्ज में डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी को क्यों दिया गया।
राहुल राफेल डील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते रहे हैं
राहुल गांधी राफेल डील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव से पहले वह इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले गए थे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट का फैसला मोदी सरकार के पक्ष में ही रहा था।
कांग्रेस ने वीडियो पोस्ट कर सवाल दागे
कांग्रेस पार्टी के ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट कर सरकार से सवाल दागे गए हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि भाजपा सरकार की गड़बड़ियों पर सवाल कर रहे हो, तो समझना अभी आप में देशभक्ति जिंदा है।थरूर ने भी सवाल पूछे
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी राफेल की कीमतों को लेकर सरकार से सवाल किया। उन्होंने ट्वीट किया- अब जब राफेल वायुसेना में शामिल हो चुके हैं तो कुछ बातें याद रखनी चाहिए।
यूपीए ने राफेल को सेलेक्ट किया और 126 विमानों के लिए पहली डील की।
मोदी सरकार ने विमानों की संख्या 126 से घटाकर 36 की, लड़ाकू क्षमता को कम किया और घरेलू उत्पादन को रद्द किया।
36 लड़ाकू विमानों की कीमत को लेकर लेकर भी गंभीर सवाल हैं।