वर्ल्ड कप 2023 का 27वां मैच 28 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड (AUS vs NZ) के बीच खेला जाए। धर्मशाला में खेले जाने वाले यह मुकाबाला भारतीय समयानुसार साढ़े दस बजे से शुरू होगा। दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। दोनों ही टीमें सेमीफाइनल में अपनी-अपनी दावेदारी पेश करने के लिए जंग लड़ेंगी। न्यूजीलैंड को धर्मशाला की पिच से लाभ मिल सकता है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। वर्ल्ड कप 2023 शुरू होने से पहले न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया को प्रबल दावेदारों में से एक माना गया था। न्यूजीलैंड ने वैसी ही शुरुआत की लेकिन ऑस्ट्रेलिया का निराशाजनक प्रदर्शन रहा। न्यूजीलैंड ने जहां पांच में से चार मैच लगातार जीते। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती दो मैच में मिली हार के बाद वापसी की है। तीन मैच लगातार जीत के साथ कंगारू टीम लय में लौट आई है। वहीं, न्यूजीलैंड को अपने पिछले मैच में भारत के हाथों हार का सामना करना पड़ा है।
वर्ल्ड कप 2023 का 27वां मैच 28 अक्टूबर को australiya और न्यूजीलैंड (AUS vs NZ) के बीच खेला जाए। धर्मशाला में खेले जाने वाले यह मुकाबाला भारतीय समयानुसार साढ़े दस बजे से शुरू होगा। दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। दोनों ही टीमें सेमीफाइनल में अपनी-अपनी दावेदारी पेश करने के लिए जंग लड़ेंगी। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बेस्ट प्लेइंग इलेवन हासिल कर ली है।
वहीं, न्यूजीलैंड धर्मशाला की परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेगा। क्योंकि, भारत के खिलाफ टीम इस पिच पर मुकाबला खेल चुकी है।nujiland को यहां कि पिच और परिस्थितियों का लाभ मिल सकता है। भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड ने दमदार प्रदर्शन किया था। भारत के खिलाफ की गई गलती वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नहीं दोहराना चाहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड (AUS vs NZ) के बीच यह मुकाबला धर्मशाला (Dharamsala Pitch) के खूबसूरत स्टेडियम में खेला जाएगा। यहां की पिच को लेकर बात की जाए तो वह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है।
पिच पर बैटिंग करते हुए बल्लेबाज अगर कुछ समय तक क्रीज पर डटे रहे तो उसके लिए रन बनाना आसान हो जाता है। छोटी बाउंड्री होने के चलते यहां बड़े-बड़े शॉर्ट देखने को मिल सकते हैं। वहीं खेल जैसे-जैसे आगे बढ़ता है तो स्पिनर्स भी प्रभावी दिखते हैं। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए मुकाबले में मोहम्मद शमी ने कहर बरपाया था। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि तेज गेंदबाजों को भी मदद मिल सकते है।
धर्मशाला के मैदान पर पहली पारी का औसत 237 का रहा है। पिछले कुछ मुकाबलों में देखा गया है कि यहां बाद में बैटिंग करने वाली टीमों को जीत ज्यादा मिलती है। ऐसे में टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करने का फैसला ले सकती हैं।