हरियाणा की नूंह हिंसा में राज्य की ADGP लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि हिंसा से एक दिन पहले गोरक्षक मोनू मानेसर का बयान भड़काऊ नहीं लगता।
यही नहीं, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फरीदाबाद से बिट्टू बजरंगी को नूंह हिंसा के केस में नहीं पकड़ा गया है। उसे पुलिस के साथ मिसबिहेव के केस में गिरफ्तार किया गया है।
ADGP ने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान यह बातें कहीं। इससे पहले मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी पर भड़काऊ वीडियो जारी कर हिंसा के लिए उकसाने के आरोप लगाए जा रहे थे।
ADGP ने मोनू मानेसर पर क्या कहा?
ADGP ममता सिंह ने कहा- ”यदि आप 31 जुलाई की यात्रा से पहले मोनू मानेसर के सोशल मीडिया पोस्ट का ऑडियो सुनें तो वह कहते हैं, मैं आ रहा हूं, आप भी यात्रा में शामिल हों’। मुझे संदेह है कि क्या केवल यह घोषणा करना कि वह एक यात्रा के लिए आ रहे हैं, यह नफरत फैलाने की श्रेणी में आता है।”
मोनू मानेसर ने वीडियो में क्या कहा था?
मोनू मानेसर ने वीडियो में कहा-” जय गौमाता, जय श्रीराम, मैं आपका भाई मोनू मानेसर, बजरंग दल प्रांत गौरक्षा प्रमुख, हरियाणा से। सभी भाइयों को बड़ी खुशी के साथ बताया जा रहा है कि 31 जुलाई 2023 दिन सोमवार को मेवात बृजमंडल यात्रा है। सभी भाई बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मेवात के सभी मंदिरों में जाएं। ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाएं। हम खुद यात्रा में शामिल रहेंगे। हमारी पूरी टीम इस यात्रा में शामिल रहेगी।
हिंसा के बाद मोनू ने सफाई भी दी
नूंह हिंसा के बाद मोनू मानेसर ने कहा कि मेरे द्वारा पोस्ट की गई वीडियो में कोई बता दे कि मैंने कुछ गलत बोला, मैं मान लूंगा कि हिंसा का जिम्मेदार हूं। मैंने तो सिर्फ लोगों को धार्मिक यात्रा में शामिल होने के लिए बोला था। इसमें गलत क्या है।
हमारी यात्रा कई सालों से निकलती आ रही है और यह अपील तो मैं हर साल करता रहा हूं। मैंने भी यही कहा कि यात्रा में ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हों और मंदिर में जलाभिषेक करें। मुझे भी घटना पर अफसोस है, पर पोस्ट पर नहीं, क्योंकि मेरी पोस्ट में ऐसा कुछ था ही नहीं।
मोनू मानेसर ने दावा किया कि वह नूंह की यात्रा में शामिल ही नहीं हुआ था।
बिट्टू बजरंगी पर केस और हिंसा, दोनों अलग-अलग
ADGP ममता सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि बिट्टू बजरंगी को सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने के मामले में गिरफ्तार किया है। मीडिया ने यह दर्शाया कि बिट्टू बजरंगी को हिंसा के लिए गिरफ्तार किया गया था, लेकिन यह गलत है। 2 अलग-अलग मामले हैं। भड़काऊ पोस्ट के मामले में फरीदाबाद पुलिस के केस दर्ज करने के बाद बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार कर लिया था।
नूंह पुलिस ने उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया, क्योंकि यात्रा के दिन उनका एडिशनल SP से झगड़ा हो गया था। वे तलवारें और अन्य हथियार ले जा रहे थे, जिनकी अनुमति नहीं थी। एडिशनल SP ने उन्हें रोकने की कोशिश की और उनसे हथियार लेकर अपने कब्जे में ले लिए।
बिट्टू बजरंगी और उसके साथ आए लोगों ने तलवार और हथियार वापस छीन लिए। आरोपियों ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाई और पुलिस के साथ झगड़ा किया। इसलिए बिट्टू बजरंगी को पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
अभी तक 165 FIR दर्ज हो चुकी
हरियाणा पुलिस ने हिंसा और इससे संबंधित अपराधों के लिए अभी तक करीब 500 लोगों को गिरफ्तार किया है। ADGP ने बताया कि 165 मामले दर्ज किए गए हैं, 423 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 118 को हिरासत में लिया गया है। सोशल मीडिया पोस्ट के लिए भी 38 मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे जमीनी स्तर पर तनाव बढ़ गया था।
इसके साथ ही पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक सबूतों से संकेत मिलता है कि हिंसा से पहले राजस्थान के भरतपुर में कुछ लोग एकत्रित हुए थे, लेकिन इसकी जांच की जा रही है कि क्या दंगे किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा थे।
नूंह में 31 जुलाई को कार को आग लगा तोड़फोड़ करते दंगाई।
नूंह हिंसा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…
नूंह जेल में हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी को खतरा:कोर्ट ने फरीदाबाद जेल भेजा; गिरफ्तारी के दौरान ‘लुंगी दौड़’ का वीडियो सामने आया
बिट्टू बजरंगी की लुंगी दौड़ का एक नया वीडियो सामने आया है। ये वीडियो बिट्टू की मंगलवार को फरीदाबाद की है, जब नूंह पुलिस उसे पकड़ने के लिए गई थी। हालांकि पुलिस ने उसे पीछा कर पकड़ लिया