हरियाणा के फतेहाबाद जिले में घग्गर नदी टूटने से पानी ने काफी तबाही मचाई। बाढ़ ने विकराल रूप धारण करना शुरू कर दिया है। स्थितियां अब बेकाबू होती नजर आ रही हैं। देर रात रतिया के करीब 6 गांवों के पास घग्गर ओवरफ्लो हो गई। वहीं आज तड़के जाखल के चांदपुरा साइफन पर पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा, जिससे चांदपुरा साइफन के पास बना बांध टूट गया।
यह बांध पंजाब क्षेत्र की तरफ टूटा है और इससे जाखल के गांवों के साथ-साथ पंजाब के मानसा जिले के गांवों को भी खतरा है। इससे पहले देर शाम प्रशासन ने जाखल के 3 गांवों सिधानी, साधनवास, चांदपुरा में तनाव को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी थी। उधर अपनी क्षमता से अधिक पानी ओटने वाला रंगोई नाला भी 2 जगह से टूट गया। सुबह 3 बजे के आसपास नाला टूटा।
फतेहाबाद के जाखल में चांदपुरा साइफन में कटाव आया।
नाले में 2 दिन में 13 हजार क्यूसेक पानी
गांव शकरपुरा के पास रंगोई नाला में 100 फीट लंबी दरार आई। इसके बाद रत्ताथेह के पास भी नाला टूट गया। घग्घर का अतिरिक्त पानी अब तक इस नाले में डाला जाता रहा और 8500 क्यूसेक क्षमता वाले इस नाले में 2 दिन से 13 हजार क्यूसेक पानी चल रहा था। यह नाला फतेहाबाद और रतिया क्षेत्र को बचाता आया। अब नाला टूटने से यहां से पानी तेजी से कुलां, फतेहाबाद व रतिया क्षेत्र के गांवों की तरफ बढऩे लगा है।
कुछ दिन पहले पंजाब के मकरौड़ साहिब के पास टूटी घग्घर का पानी भी बलरां की तरफ से जाखल आ गया। बता दें कि बलरां के पास इस पानी को 5 फीट ऊंची बलरां-मुनक सड़क ने रोका हुआ था, लेकिन कल शाम को बलरां के लोगों ने JCB चलाकर इस सड़क को उखाड़ फेंका, जिससे पानी हरियाणा की तरफ आना शुरू हुआ।
फतेहाबाद के गांवों में घुसा घग्गर का पानी।
घग्गर में पंजाब की तरफ बड़ा कटाव आया
पिछले 2 दिन से जाखल के पूर्ण माजरा, कासिमपुर, उदयपुर, नड़ैल, मामुपुर, चुहड़पुर, चिल्लेवाल, गिरनो, तलवाड़ा, तलवाड़ी, साधनवास, चांदपुरा, खैरपुर, हिम्मतपुरा सहित टोहाना के कुछ गांवों तक पानी पहुंच चुका था। अब चांदपुरा के पास घग्गर टूटने से स्थिति और बिगड़ेगी। राहत की बात यह है कि अभी तक सभी गांवों की आबादी सुरक्षित है, लेकिन जिस तरह के हालात बने हुए हैं, उससे लोगों में डर बना हुआ है। 15 हजार से ज्यादा एकड़ में खड़ी फसलें डूब चुकी हैं।
आज सुबह चांदपुरा साइफन पर घग्गर का बहाव क्षमता 22 हजार क्यूसेक से ज्यादा 22 हजार 50 क्यूसेक हो गया। इसके चलते करीब 5 बजे साइफन के पास ही पंजाब की तरफ बड़ा कटाव आ गया। यहां से बेहद तेजी से पानी निकल रहा है। इस तरफ से पानी जाखल के बाकी बचे क्षेत्र के साथ-साथ मानसा जिले के गांवों को चपेट में लेगा। किसान अपने स्तर पर इसे पाटने में जुटे हैं, लेकिन तेज बहाव, घग्गर का उफान और बड़ा कट देखते हुए इसे रोक पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
फतेहाबाद के गांवों में घुसा घग्गर का पानी।
रंगोई नाला 2 दिन से ओवरफ्लो
उधर देर रात रतिया के पास लांबा, नथवान, बाड़ा, कंवलगढ़, कमाना, लाली, अलालवास, अजीतनगर, बीराबदी के पास घग्गर ओवरफ्लो हो गई। पानी तेजी से खेतों में फैल गया। यहां भी फसलें पानी में डूब गईं। घग्गर में क्षमता से अधिक पानी आने पर जिले में इसके समानांतर रंगोई नाला बनाया गया। अब घग्गर में चल रहे पानी को इसमें डाला गया, लेकिन 2 दिन से यह भी ओवरफ्लो की स्थिति में चल रहा था। शकरपुरा के पास इसकी क्षमता 8500 क्यूसेक है, लेकिन इसमें 13 हजार क्यूसेक पानी 2 दिन से चल रहा था।
कल दोपहर शकरपुरा के पास हुई लीकेज को प्रशासन ने किसी तरह रोक दिया था, लेकिन देर रात को फिर यहां लीकेज हुई। करीब 100 फीट चौड़ा कटाव आ गया। उधर रताथेह के पास भी रंगोई में कट आ गया है, जिससे यहां से पानी बेहद तेजी से कुलां, फतेहाबाद और रतिया की दिशा में निकलना शुरू हो गया है। यदि यहां से पानी तेजी से ही बहता रहा तो यह पानी फतेहाबाद के गांवों को कवर करते हुए फतेहाबाद शहर तक भी पहुंच सकता है। इसके बाद क्या होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
फतेहाबाद के गांवों में घुसा घग्गर का पानी।