विश्व पुस्तक दिवस
April 23, 2020
उनकी स्मृति पर फुल विसर्जन किया
April 23, 2020

स्मृति पर फुल विसर्जन:योगी आदित्यनाथ

योगी आदित्यनाथ जी अपने पापा के अंतिम दाह संस्कार में ना जा पाए तो ऑफिस में ही उनकी स्मृति पर फुल विसर्जन किया
“कहणि सुहेली रहणि दुहेली, कहणि रहणि बिन थोथी।”

कोरा उपदेश देना या ज्ञान की बात करना सरल है, पर उसके अनुरूप आचरण करना या उस ज्ञान को जीवन में उतारना कठिन है, दुर्लभ है।

  • (गोरखबानी)

पूर्वाश्रम के जन्मदाता, कैलाशवासी, पूज्य पिताश्री की स्मृति को कोटिशः नमन!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Updates COVID-19 CASES