परिवारिक परंपरा को आगे बढ़ाता खिलाड़ी:इंटरनेशनल शूटर विश्वजीत ने पहले हरियाणा के लिए शूटिंग में मेडल जीते, अब सिविल सर्विसेज जॉइन कीशूटर विश्वजीत ने कोविड से पहले HCS एग्जाम क्लियर किया था और अब उन्होंने पोस्ट पर जॉइन कर लिया है। वे ऐसे परिवार से हैं जिसने सिविल सर्विसेज में हमेशा अपना योगदान दिया है। परदादा, दादा, पिता, चाचा और मामा के बाद अब विश्वजीत आम लोगों के लिए बतौर पब्लिक सर्वेंट काम करेंगे। उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए बड़ा मौका है कि मैं अपने परिवार की रीत को कायम रख पाया।
चंडीगढ़ है स्पेशल
इंटरनेशनल शूटर विश्वजीत ने कहा-चंडीगढ़ का मेरे करियर में बड़ा योगदान रहा है और ये सिटी मेरे लिए स्पेशल है। मेरी स्कूलिंग सेंट जॉन्स स्कूल से हुई और इसके बाद मैंने पंजाब यूनिवर्सिटी से LLB की। मैंने सिविल सर्विसेज के लिए कोचिंग ली और वो भी कोचिंग सेंटर चंडीगढ़ में ही था। पढ़ाई और करियर यहां से ही शुरू हुआ और ये पूरा सफर शानदार रहा।’ बता दें कि विश्वजीत सिंह अब तक अपने शूटिंग करियर में 87 मेडल जीत चुके हैं जिनमें 38 गोल्ड,28 सिल्वर और 21 ब्राॅन्ज मेडल शामिल हैं। इसके साथ ही 7 गोल्ड मेडल वे शूटिंग के साथ हैंडबाॅल में भी जीत चुके हैं।
क्रम में विश्वजीत की उपलब्धियां
2001 में पहले स्टेट शूटिंग इवेंट में मेडल जीता
2002 में पहले स्कूल नेशनल में मेडल हासिल किया
2012 में नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप का पहला मेडल जीता
2013 में पहली बार इंटरनेशनल मेडल हासिल किया
2014 में पहला वर्ल्ड कप का मेडल जीता
2018 में ऑल इंडिया इंटरवर्सिटी में मेडल जीता
फैमिली ट्री
परदादा- चौ. राम नरायण सिंह (पूर्व MP व IAS)
दादा- चौ. बहादुर सिंह (पूर्व शिक्षा मंत्री और HCS)
पिता- जगदीप सिंह (IAS)
चाचा- संदीप सिंह (HCS)
मामा- सुरेंदर (HCS)