बिग बॉस 14:शो के कंटेस्टेंट रहे एजाज खान बोले, ‘मैंने शो में बने रहने के लिए किसी से झूठे रिश्ते नहीं बनाए’एक्टर एजाज खान ने बिग बॉस 14 में जाकर खूब सुर्खियां बटोरीं। वह शो में लंबे समय तक बने रहे लेकिन इसके बाद किसी कारण से शो बीच में छोड़कर बाहर आ गए। अपनी बिग बॉस जर्नी पर एजाज़ ने दैनिकभास्कर से बात की। जानिए क्या कहा?
बिग बॉस के घर में गए तो पूरी तैयारी के साथ लेकिन धीरे-धीरे रेस में पिछड़ते चले गए?
देखिए ऐसा बिल्कुल नहीं है मुझे ऐसा नहीं लगता। क्या दिखाया गया है, मुझे नहीं पता। क्योंकि मैंने अब तक कुछ नहीं देखा है। मैं जब अंदर गया तब ओरिजिनल खेल रहा था। जितना समझ आ रहा था, वैसे खेल रहा था। किसी से झूठा रिश्ता नहीं बनाया अपने गेम को आगे बढ़ाने के लिए। इसके पहले भी मैंने बिग बॉस का कोई एपिसोड नहीं देखा है। न्यूज में मैंने छोटे-छोटे सीन देखे हैं। इस गेम के फॉर्मेट के बारे में भी मुझे ज्यादा नहीं पता था। वो सब मैं सिद्धार्थ को देख कर सीखा। यहां तक कि कई बार मैंने निक्की से समझने की कोशिश की है। बहुत ही खूबसूरत जर्नी रही है। बहुत कुछ सीखने को मिला, चीजों को देखने का नजरिया बदला है। अगर मैं इस शो को पहले से जानता और देखा होता तो मेरा गेम अलग होता।
घर में जिस कंटेस्टेंट से दोस्ती हुई उन सभी से आपकी लड़ाइयां हुई है, आखिर क्यों ?
मुझे नहीं पता लेकिन कभी-कभी मुझे लगता था कि वे मुझ पर हावी होने की कोशिश कर रहे हैं। तो मैं कन्फ्यूज हो जाता था। कभी-कभी लगता था कि हम काफी अलग इंसान हैं। हमारी सोच और समझ अलग है इस वजह से झगड़े होते थे। वो शो है अपना व्यक्तित्व दिखाने का, अपना पक्ष रखने का , और जब यह दोनों तरफ से होता था, तो झगड़े होना लाज़मी है। आप उस घर में ये नहीं कर सकते कि आपके बारे में कोई कुछ बोल रहा है , तो उसे बोलने दो और आप एक कोने में बैठ जाएं। बाहर की दुनिया में अगर आपकी सोच किसी से नहीं मिलती तो झगड़ा करने की जरुरत नहीं होती है।
आपकी और अभिनव की दोस्ती जो बाहर से थी लेकिन घर में जाने के बाद उसमे खटास आ गई, क्या कारण मानते हैं इसके पीछे ?
देखिए सिंपल सी बात है। मेरी और रुबीना जी की सोच अलग थी। चाहे वो टास्क हो या बर्ताव को लेकर या फिर घर के सदस्यों के साथ किस तरह बर्ताव करना चाहिए इसे लेकर भी। इस वजह से जब हमारी सोच ही नहीं मिलती तो बहस होगी। मुझे नहीं पता मेरे और अभिनव के बीच क्या हुआ में उसका पोस्ट मॉर्टम नहीं करना चाहता हूं। मैं तो उसे भाई की तरह समझता था। डिसएग्रीमेंट के कारण बहस हुई, झगड़े हुए लेकिन उन सभी बातो को मैं घर में ही छोड़ कर आया हूं। मैं उसके घर में घुस कर दोस्ती तो नहीं करने वाला हूं। जब भी मिलेंगे प्यार से मिलेंगे अगर उनकी भी ऐसी सोच है तो।
वेब शो के शूट के लिए आप ने घर से एग्जिट लिया था उस शो के बारे में बताएं ?
वेब शो सिटी ऑफ़ ड्रीम्स है। सीजन 2 का शूट था। इस बार भी मैं इस शो में वसीम खान का किरदार निभा रहा हूं। लेकिन पुलिस ऑफिसर नहीं हूं। शूटिंग में बहुत मजा आया पहले दिन में डर गया था। क्या मैं अपने किरदार में घुस पाऊंगा या नहीं ? पहले दिन ही जब नागेश सर ने मेरे काम को सराहा उस वक्त अच्छा लगा। कुछ सीन्स बहुत ही अच्छे हुए हैं।
बिग बॉस 14 में जब भी किसी महिला कंटेस्टेंट ने अपना स्ट्रांग पॉइंट ऑफ व्यू रखा पूरे घर वाले उसके खिलाफ रहे, आखिर क्यों?
मुझे ऐसा नहीं लगता कि घर में वुमन पॉवर के नारे लगाए हैं। क्या कभी अपने मेन पावर सुना ? बल्कि हुआ ये करता था कि घर में जितने मर्द थे वो अपने दायरे में रह कर खेलते थे और कोशिश करते थे कि जो बर्ताव हम महिलाओं के साथकर रहे, उसकी एक थिनलाइन है। जिसे हम क्रॉस न करे। बल्कि कई बार महिलाओं ने उस लाइन को क्रॉस किया है। कितनी बार मुझे धक्का मारा, कुहनी मारी, गालियां दीं, लेकिन मैंने ऐसा कब किया उनके साथ बताएं। मैं उन्हें औरतों के तौर पर नहीं कॉम्पिटिशन के तौर नहीं देखता हूं।देवोलिना आपकी प्रॉक्सी बन कर गई क्या वो जस्टिस कर पाईं?
पहले तो में बता दूं कि बिग बॉस के घर में प्रॉक्सी का सिस्टम मुझे समझ नहीं आता। कोई कैसे किसी दूसरे इंसान की सोच लेकर कोई दूसरा आगे बढ़ सकता है। और उसकी तरह खेल सकता है। शायद ये मैं खुद भी नहीं कर पाऊं। मैंने तो यही सोचा था की आप मेरी जगह संभाल कर रखिए मैं वापस आऊंगा। ऐसा नहीं हुआ और रही बात देवोलिना की तो मुझे नहीं पता , उन्होंने कैसा खेला लेकिन जब मैं उनसे फिनाले में मिला तब उनसे गले मिला और उन्हें थैंक यू कहा उन्होंने मेरे लिए खेला इस वजह से।