इंग्लिश प्रीमियर लीग में नस्लभेद:EPL स्टार रैशफोर्ड पर नस्लभेदी टिप्पणी, फुटबॉलर बोले- मानवता का स्तर नीचे गिर गयाखेल में नस्लभेदी कमेंट का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। भारतीय क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पर फब्तियां कसी गई थी। अब इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) फुटबॉल में मैनचेस्टर यूनाइटेड के स्टार रैशफोर्ड को सोशल मीडिया पर शिकार बनाया गया है। रैशफोर्ड ने खुद इसका खुलासा किया। उन्होंने नस्लभेदी कमेंट्स से दुखी होकर कहा कि मानवता और सोशल मीडिया का स्तर काफी नीचे गिर गया है। यह बहुत अफसोस की बात है।
यूनाइटेड-आर्सनल मैच ड्रॉ होने के बाद का वाकया
ईपीएल में शनिवार को मैनचेस्टर यूनाइटेड और आर्सनल के बीच मुकाबला 0-0 से ड्रॉ रहा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कमेंट्स की बाढ़ सी आई गई। जवाब में रैशफोर्ड ने लिखा, ‘मैं एक ब्लैक व्यक्ति हूं और मैं इस फैक्ट के साथ रोज गर्व के से जीता हूं। कोई भी अन्य व्यक्ति या कोई कमेंट मुझे इससे अलग कुछ महसूस नहीं करवा सकता है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘मैं कोई स्क्रीन शॉट शेयर नहीं कर रहा हूं। यह गैरजिम्मेदारी भरा कदम होगा। हर रंग के बच्चे मुझे फॉलो करते हैं। उन्हें इन कमेंट्स को पढ़ने की जरूरत नहीं है। अलग-अलग स्किन कलर नस्लभेदी हमले के लिए नहीं होते हैं। इस विविधता का जश्न मनाया जाना चाहिए। इस पर फब्तियां नहीं कसी जानी चाहिए।
सोशल मीडिया कंपनियां भी जिम्मेदार: पूर्व फुटबॉलर
आर्सनल और इंग्लैंड टीम के पूर्व स्ट्राइकर इयान राइट ने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए सोशल मीडिया कंपनियां भी जिम्मेदार हैं। उन्हें इस तरह के कमेंट्स करने वालों पर नजर रखनी चाहिए और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई ब्लैक प्लेयर किसी मैच में अच्छा नहीं खेल पाता है तो उसके खिलाफ तरह-तरह के मीम्स और इमोजी चलाए जाते हैं। इनमें से कई नस्लभेदी होते हैं।
ब्रिटेन की सरकार करेगी फुटबॉलरों से बात
ब्रिटेन की सरकार ने फुटबॉलरों के खिलाफ सोशल मीडिया पर नस्लभेदी कमेंट्स को गंभीरता से लिया है। सरकार सोमवार को पूर्व और मौजूदा फुटबॉलरों से बात भी करने वाली है।