प्रशासनिक स्तर पर तैयार हो रहा प्रारूप:ग्रामीणों की आपत्तियां सुनने के साथ अब 31 गांवों को नगर निगम में शामिल करने की तैयारीकेंद्रीय राज्यमंत्री के साथ अफसरों की बैठक में हुआ मंथन, 15 दिन बाद होने वाली दूसरी बैठक में दिया जाएगा अंतिम रूप
नगर निगम सीमा विस्तार के लिए चल रही कवायद में अब 31 गांवों को शामिल करने की तैयारी है। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर खाका तैयार किया जा रहा है। इस संबंध में पहली बैठक हो चुकी है। अब 15 दिन बाद होने वाली दूसरी बैठक में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की अध्यक्षता में हुई अधिकारियों की बैठक में सभी बिंदुओं पर मंथन किया गया। हालांकि 26 गांवों के किसान नगर निगम में शामिल होने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि निगम अपनी कॉलोनियों का समुचित विकास नहीं करा पा रहा है।
लोगों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं तो वह गांवों का विकास कैसे करेगा। उधर प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीणों की उचित आपत्तियों को सुना जाएगा और उनका निस्तारण किया जाएगा। फिलहाल ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए कोई भी अधिकारी इस बारे में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
सितंबर में नगर निगम कमिश्नर डॉ. यश गर्ग द्वारा विभिन्न विभागों को भेजे गए पत्र में जिन गांवों को निगम सीमा में शामिल करने की योजना बनाई थी उसमें गांव खेड़ी गुजरान, सरूरपुर, समयपुर, नगला जोगियान, करावल, सीकरी, जाजरू, मलेरना, शाहपुरा, चंदावली, मुजेड़ी, मिर्जापुर, नीमका, बड़ौली, भतोला, खेड़ी खुर्द, खेड़ी कला, बादशाहपुर, टिकावली, तिलपत, प्याला, फरीदपुर, ददसिया, कोराली, रिवाजपुर, बिंदापुर शामिल थे।
निगम सीमा में शामिल होने वाले 31 गांवों की सूची में अब ये हैं नाम
निगम सूत्रों के अनुसार निगम सीमा में शामिल होने वाले अब जिन 31 गांवों की सूची तैयार की गई है उनमें सरूरपुर, समयपुर, कैलगांव, सीकरी, प्याला, शाहपुर खुर्द, जाजरू, मलेरना, साहूपुरा, सोतई, चंदावली, मच्छगर, मुजेड़ी, नचौली, बादशाहपुर, पलवली, खंदावली, नंगला जोगियान, नवादा तिगांव, नीमका, मिर्जापुर, फज्जूपुर माजरा, बड़ौली, प्रह्लादपुर माजरा, भतौला, फरीदपुर, खेड़ीखुर्द, खेड़ीकलां, भूपानी, रिवाजपुर और टिकावली गांव हैं। इनमें ज्यादातर गांव ग्रेटर फरीदाबाद, बाइपास रोड और नेशनल हाईवे से लगते हैं।
फाइल फैक्ट
वर्ष 1972 में फरीदाबाद कांप्लेक्स का गठन किया गया था।
वर्ष 1980 में कुछ गांवों को निगम सीमा में शामिल किया गया।
इसके पहले वर्ष 1992 में निगम का दायरा बढ़ाया गया था।
वर्तमान में निगम क्षेत्र में 38 गांव और तीन पुरानी म्युनिसिपल लिमिट शामिल हैं।
वर्तमान में निगम का कुल सीमा क्षेत्र 208 वर्ग किलोमीटर है।
2031 प्लान में जनसंख्या: 38 लाख 86 हजार
कम शहरीकरण वाले गांव रखे जा सकते हैं बाहर
सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक में गांवों को नगर निगम सीमा में शामिल करने के बारे में चर्चा की गई कि अभी जो गांव कम विकसित हैं अथवा वहां शहरीकरण कम हुआ है उन्हें निगम सीमा क्षेत्र से बाहर रखा जाए।
जिन गांवों की आबादी शहरों की तर्ज पर हुई है और वहां शहरों जैसी सुविधाएं हैं उन्हें ही निगम की सीमा में शामिल किया जाना उचित होगा। प्रशासनिक स्तर पर इन गांवों को निगम में शामिल करने की तैयारी की जा रही है। उसका प्रारूप तैयार किया जा रहा है।
बैठक में शामिल डिवीजनल कमिश्नर संजय जून ने कहा कि गांवों की जायज आपत्तियों को सुनने और उनका निराकरण करने के बाद ही गांवों को निगम सीमा क्षेत्र में शामिल करने का प्लान तैयार किया जाएगा। अंतिम फैसला राज्य सरकार का होगा। उन्होंने बताया 10-15 दिन में फिर से बैठक होगी। इसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बैठक में डीसी यशपाल, यादव, निगम कमिश्नर डा. यश गर्ग समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।