क्या आने वाले समय में भारत में क्रिप्टो मार्केट को शेयर बाजार जैसा दर्जा मिल सकता है? यह सवाल इसलिए खड़ा हुआ है, क्योंकि सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर अपने रुख पर पुनर्विचार कर रही है। दरअसल, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से क्रिप्टो करेंसी को लेकर वैश्विक दृष्टिकोण में बदलाव आया है। ट्रंप क्रिप्टो-फ्रेंडली नीतियों पर आगे बढ़ रहे हैं। इसी के मद्देनजर भारत सरकार भी क्रिप्टो को लेकर अपने कड़े रुख पर पुनर्विचार कर रही है।