महापंचायत में वक्ताओं ने कहा कि दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे को होडल कुलाना रोड क्रॉस करता है। यहां पर फ्लाईओवर दो तीन दशक पहले ही बना दिए जाने चाहिए थे लेकिन किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। लोगों की दो दशकों की मांग के बाद सरकार ने दस वर्ष पहले इस फ्लाईओवर को बनाने की घोषणा की लेकिन अमल नहीं किया गया।
संवाद सहयोगी, पटौदी/तावड़ू। कई महीनों से बिलासपुर फ्लाईओवर का कार्य बंद होने के विरोध में रविवार को 108 गांवों ने महापंचायत की। यह पंचायत भोड़ा कला बावनी के तत्वावधान में बिलासपुर के मंदिर प्रांगण में बुलाई गई।
महापंचायत में पटौदी के साथ तावडू, सोहना, मानेसर क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से जुड़े नेता भी पहुंचे। एसडीएम दर्शन सिंह और विभागीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आगामी आठ सितंबर से पहले पहले दोनों तरफ तीन-तीन सर्विस लाइन बनाकर जाम से निजात दिलाई जाएगी।
उसके बाद तय समय सीमा के अंदर फ्लाईओवर के कार्य को पूरा कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने पिछली कंपनी का टेंडर रद्द कर नई कंपनी को टेंडर देने की बात कही। पंचायत में निर्णय लिया गया कि यदि आठ सितंबर तक कार्य नहीं कराया गया तो बड़ी महापंचायत होगी।
महापंचायत में कहा गया कि फरवरी में करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से वेलकिन कंपनी ने यहां बेसिक स्ट्रक्चर का निर्माण शुरू किया था। अक्टूबर या नवंबर तक काम को पूरा किया जाना था। इस 650 मीटर लंबे फ्लाईओवर को तीन स्पेन में बनाया जाना था ताकि किसी भी तरफ से आने वाले वाहन बिना रुके क्रॉसिंग कर सकें। दोनों तरफ सात-सात मीटर का बेस बनाया जाना था।
पहला स्पेन 20 मीटर, दूसरा 30 मीटर और तीसरा स्पेन भी 20 मीटर का बनना था। सरफेस के लिए सात-सात मीटर चौड़ी सर्विस लाइन अलग से बनाई जानी थी। इसके अलावा दो स्मार्ट व्हीकल अंडरपास (एसवीयूपी) भी बनाए जाने थे, ताकि दिल्ली और जयपुर दोनों तरफ से आने वाले वाहनों का आवागमन बिना रोक-टोक हो सके, लेकिन निर्माण करने वाली कंपनी थोड़ा बहुत काम करके ही अपनी मशीनों को उठाकर ले गई।
21 अगस्त की दोपहर जाम में फंसने के कारण एक व्यक्ति की सही समय पर उपचार नहीं मिलने के चलते मौत हो गई, इससे क्षेत्रवासियों में भारी रोष व्याप्त है।
लोगों की दो दशकों की मांग के बाद सरकार ने दस वर्ष पहले इस फ्लाईओवर को बनाने की घोषणा की, लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। हाईवे पर होडल कुलाना रोड की क्रासिंग भी खत्म कर दी।
पचगांव में आए नितिन गडकरी ने भी इसकी घोषणा की थी तथा अक्टूबर 2024 तक यह बनकर तैयार हो जाना चाहिए था। परंतु दो वर्ष से प्रारंभ हुआ यह कार्य कछुआ चाल चलता रहा और कार्य बीच में ही रोक दिया गया। बहुत कम चौड़ा सर्विस लेन भी टूटा हुआ है।
इससे यहां पर दिन भर जाम लगा रहता है। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर आवागमन करने वाले लोग इस जाम से काफी परेशान होते हैं। इस मार्ग से क्षेत्र के सांसद, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी भी आते जाते हैं, लेकिन किसी को इतनी बड़ी समस्या भी दिखाई नहीं देती है।
महापंचायत में लोगों ने कहा कि एनएचएआइ का यह मार्ग 450 फुट चौड़ा है, लेकिन दोनों तरफ अतिक्रमण के कारण संकरा हो गया है। मानेसर के एसडीएम दर्शन यादव ने आकर लोगों की बात सुनी तथा महापंचायत के लोगों ने उन्हें अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि दिए गए आश्वासन के अनुरूप काम न किया गया तो झाड़सा 360 की महापंचायत बुलाई जाएगी।
पंचायत में जैसे ही पूर्व विधायक बिमला चौधरी ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत से बात कर समस्या का जल्द ही समाधान कराएंगी तो पंचायत में बैठे लोगों ने विरोध करते हुए पूर्व विधायक से माइक छीन लिया। लोगों ने शोर शराबे के साथ इसका प्रतिकर किया। लोगों का कहना था कि राव को खुद यहां आना चाहिए था। वे इसी मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन उन्हें यहां की यह गंभीर समस्या दिखाई नहीं देती।
महापंचायत के अध्यक्ष राजेश चौहान, पूर्व विधायक रामबीर सिंह, पूर्व विधायक बिमला चौधरी, पटौदी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष चंद्रभान सहगल, कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी, पूर्व सेशन जज राम निवास भारती, हुकम चंद पुनिया, सरपंच एकता मंच के जिला अध्यक्ष अजीतसिंह, सुधीर चौधरी, सुखबीर तंवर, पवन चौधरी, पहलवान दिलीप सिंह छिल्लर, नरेंद्र पहाड़ी, सरपंच मनबीर चौहान, पूर्व सरपंच यजुवेंद्र गोगली, महेश सैनी, लक्ष्मी नारायण, हेलीमंडी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शिवकुमार गुप्ता, सरपंच धर्मपाल लोकरी, अमन चौधरी, श्याम बीर चौहान, रमेश गर्ग, सुनीता वर्मा, दीप चंद, सतबीर पहलवान, अजीत ठाकरान, राजेश बिलासपुर, तावडू 84 के प्रधान शिवदत्त सहरावत, हैफेड चेयरमैन राजेश सहरावत उर्फ रज्जू, बिलासपुर सरपंच राजवीर, अजीत सिंह, सोनू गौतम, विनोद शर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।