इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा के सबसे बड़े शिफा अस्पताल पर मानवीय संकट का खतरा मंडरा रहा है। इजरायली सेना द्वारा अस्पताल से लोगों को निकाले जाने के बाद अब भी वहां 291 मरीज बचे हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक टीम ने बताया कि गाजा के सबसे बड़े अस्पताल में 291 मरीज बचे हैं। जिनमें से 32 ऐसे बच्चे हैं जिनकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
एपी, गाजा। इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा के सबसे बड़े शिफा अस्पताल पर मानवीय संकट का खतरा मंडरा रहा है। इजरायली सेना द्वारा अस्पताल से लोगों को निकाले जाने के बाद अब भी वहां 291 मरीज बचे हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक टीम ने रविवार को बताया कि इजरायली सैनिकों द्वारा अन्य लोगों को निकाले जाने के बाद गाजा के सबसे बड़े अस्पताल में 291 मरीज बचे हैं। जिनमें से 32 ऐसे बच्चे हैं, जिनकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि शनिवार सुबह तक लगभग 2,500 लोगों ने अल शिफा अस्पताल छोड़ा है। WHO के मुताबिक, अल शिफा अस्पताल में शरणार्थियों, मरीजों और चिकित्सा कर्मचारी मौजूद थे, जिन्होंने इजरायल द्वारा जारी की गई चेतावनी के बाद छोड़ दिया था।
WHO ने गाजा के अल शिफा अस्पताल को मौत का क्षेत्र बताया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में मौजूद लोगों ने इस डर से इस जगह को खाली कर दिया कि कहीं इजरायल इस जगह पर हमला न कर दे। उन्होंने कहा कि WHO आने वाले दिनों में और अधिक टीमों की तैनाती करेगी। यहां फंसे मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
इस बीच इजरायली सेना ने बताया कहा कि अस्पताल के निदेशक ने उनसे मदद मांगी थी। सेना ने निदेशक के बयान का जिक्र करते हुए कहा था कि अस्पताल में फंसे उन लोगों को बाहर निकाला जाए, जो यहां से जाना चाहते हैं। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास ने कहा कि सेना ने अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया और लोगों को बाहर निकालने के लिए अस्पताल को एक घंटे का समय दिया था।