Delhi Robbery 25 Crore भोगल मार्केट में ज्वैलर्स के यहां हुई 25 करोड़ रुपये की डकैती मामले में लगातार नए तथ्य सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि पड़ोस वाली बिल्डिंग में कुछ अफगानी युवक पार्टी कर रहे थे जिससे जीने का दरवाजा खुला रह गया था। इस वजह से डकैती करने वाले चोरों को आभूषण स्टोर में आसानी से प्रवेश मिल गया होगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Robbery Case : जंगपुरा के भोगल मार्केट स्थित उमराव सिंह ज्वैलर्स की बिल्डिंग में घुसकर स्ट्रांग रूम की दीवार में छेदकर करोड़ों के जेवरात व नकदी चोरी करने के मामले में प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस को शक है कि चोर बगल वाली बिल्डिंग की छत से शोरूम की बिल्डिंग की छत पर आकर शोरूम के अंदर घुसे थे।
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बगल वाली बिल्डिंग में भूतल पर दुकानें हैं जबकि ऊपर तीन मंजिल पर आवासीय फ्लैट हैं। जीने के दरवाजे रात के समय अमूमन बंद होते हैं। रविवार को वारदात वाली रात दूसरी मंजिल पर रह रहे कुछ अफगानी युवक पार्टी कर रहे थे जिससे जीने का दरवाजा खुला रह गया था।
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ऐसी संभावना है कि चोर उसी जीने से छत पर आकर शोरूम की छत पर आए थे। वहां से प्लास्टिक के शेड को उखाड़कर पहले एक चोर शोरूम के अंदर घुसा और छत पर स्थित जीने के दरवाजे को खोल दिया। दरवाजे में अंदर से ताला लगा हुआ था। उसके बाद अन्य चोर जीने के जरिये शोरूम के अंदर पहुंचे।
डीसीपी दक्षिण पूर्वी जिला राजेश देव का कहना है कि शोरूम के किसी पूर्व व वर्तमान कर्मचारी ने चोरों को मुखबिरी की है। चोरी की साजिश पूर्व व वर्तमान कर्मचारियों ने ही रची है। जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया उससे पता चलता है कि वारदात के दौरान चोरों के साथ साजिश में शामिल पूर्व या वर्तमान कर्मचारी भी रहे हों।
चोरों की तस्वीरें भूतल पर स्थित एक दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। निजामुद्दीन थाना पुलिस ने उक्त दुकानदार से डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। राजेश देव का कहना है कि पुलिस को कई सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। कुछ फुटेज में अलग-अलग तरह की तस्वीरें कैद है।
इस वारदात को सुलझाने के लिए स्पेशल स्टाफ, वाहन चोरी निरोधक दस्ता समेत कई थानों की पुलिस को लगा दिया गया है। पुलिस ने शोरूम में लगे डीवीआर को भी कब्जे मेंं ले लिया है। फुटेज देखकर पुलिस को सुराग मिल गया है। उस सुराग के आधार पर पुलिस जांच आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
मुख्यालय सूत्रों की मानें तो पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने जांच में क्राइम ब्रांच को लगाने की कोशिश की किंतु जिला पुलिस की ओर से उन्हें आश्वस्त किया गया कि उन्हें सुराग मिल गया है। इसलिए क्राइम ब्रांच ने जिला पुलिस ने सहयोग लेने से इन्कार कर दिया।
स्ट्रांग रूम के तीन तरफ मोटा सरिया लगा हुआ है जिन्हें तोड़ना आसान नहीं था। ऐसे में छह से आठ ईंच ईंट मोटी दीवार में ही छेद कर उस रास्ते से चोर स्ट्रांग रूम के अंदर घुसे।
डीसीपी का कहना है कि स्ट्रांग रूम के अंदर दो बड़ी-बड़ी तिजोरियां भी रखी थी, लेकिन चोरों ने उसके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश इसलिए नहीं की क्योंकि स्ट्रांग रूम के अंदर भारी मात्रा में सोना व हीरा के आभूषण मिल गए। स्ट्रांग रूम आलमारी जैसा था। उसमें कई किलो चांदी के भी जेवरात थे लेकिन चोर उसे नहीं ले गए।
डीसीपी का कहना न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाले उमराव सिंह ज्वैलर्स के मालिक संजीव जैन ने पहले 10 किलो सोना के जेवरात चोरी किए जाने की बात कही। बाद में 20 किलो और फिर 30 किलो जेवरात चोरी किए जाने का दावा किया है। बार-बार बयान बदलने से पुलिस भी हैरान है।