बीते दिनों राहुल गांधी ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों से मुलाकात की थी। जिसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए थे। वहीं आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रिकॉर्ड बेरोजगारी और कमरतोड़ महंगाई के मुद्दों को उठाया और आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो साझा किया। राहुल गांधी से मिलने के दौरान कूलियों ने उन्हें अपनी समस्याएं बताई थी।
नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को “रिकॉर्ड बेरोजगारी” और “कमरतोड़ महंगाई” के मुद्दों को उठाया और आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो साझा किया। राहुल गांधी से मिलने के दौरान कूलियों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया था।
राहुल गांधी ने 21 सितंबर को आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों से बातचीत की थी और उनकी समस्याएं सुनी थीं।
पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने बुधवार को कुलियों के साथ अपनी बातचीत का एक वीडियो साझा किया और भारत के मेहनती कुली भाइयों से दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर मिला। डिग्री इंजीनियर की, काम कुली का, ऐसी बेरोज़गारी से त्रस्त हैं। रेलवे से न पगार, न पेंशन, न स्वास्थ्य बीमा और न सरकारी सुविधा! मगर इन्हें उम्मीद है, समय बदलेगा, और मुझे पूरा विश्वास!
लाखों शिक्षित युवा कर रहे कुली का काम
गांधी ने कहा, कुली भारत के सबसे मेहनती लोगों में से हैं। पीढ़ी-दर-पीढ़ी, वे अपना जीवन लाखों यात्रियों की यात्रा में मदद करने में बिताते हैं। कई लोगों की बांह पर लगा वह बैज सिर्फ एक पहचान नहीं है, बल्कि उन्हें मिली एक विरासत भी है। उनके लिए जिम्मेदारी का हिस्सा तो है, लेकिन खुद के लिए बहुत कम प्रगति है।
उन्होंने दावा किया, आज, भारत में लाखों शिक्षित युवा रेलवे स्टेशनों पर कुली के रूप में काम करके अपनी आजीविका कमाने की कोशिश कर रहे हैं। कारण? रिकॉर्ड बेरोजगारी। देश का साक्षर नागरिक दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए संघर्ष कर रहा है।
गांधी ने कहा कि वे प्रतिदिन 400-500 रुपये कमाते हैं, जिससे घर का खर्च भी नहीं चलता और बचत का तो सवाल ही नहीं उठता है।
राहुल गांधी ने कहा, कारण? कमरतोड़ महंगाई। भोजन महंगा है, आवास महंगा है, शिक्षा महंगी है, स्वास्थ्य महंगा है – वे कैसे जीवित रह सकते हैं? वे भारतीय रेलवे के वेतनभोगी कर्मचारी नहीं हैं। न वेतन है, न पेंशन!
राहुल गांधी ने कहा कि किसी भी चिकित्सा बीमा या यहां तक कि बुनियादी सुविधाओं का भी कोई लाभ नहीं है – जो लोग भारत का बोझ उठाते हैं उनके कंधे आज मजबूरियों के कारण झुक गए हैं।
उन्होंने कहा, लेकिन, फिर भी, उनकी उम्मीदें करोड़ों भारतीयों जैसी ही हैं – समय बदलेगा!
X पर हिंदी में एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा, दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर भारत के मेहनती कुली भाइयों से मुलाकात हुई। इंजीनियरिंग की डिग्री है, लेकिन ऐसी बेरोजगारी के कारण वो कुली का काम करते हैं।
उन्होंने कहा, रेलवे की ओर से न वेतन, न पेंशन, न स्वास्थ्य बीमा और न सरकारी सुविधाएं! लेकिन उन्हें आशा है, समय बदलेगा, और मुझे पूरा विश्वास है!
वीडियो में, गांधी कुलियों के साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं, जो उन्हें आश्रय सुविधाओं की कमी और पेंशन जैसी अपनी समस्याओं से अवगत कराते हैं।
वीडियो के अनुसार, उनमें से कुछ का कहना है कि उनके पास इंजीनियरिंग की डिग्री है लेकिन नौकरी नहीं है और इसलिए उन्हें कुली के रूप में काम करना पड़ता है।
राहुल गांधी कुछ देर के लिए कुलियों की ट्रेडमार्क लाल शर्ट भी पहनते हैं और सामान अपने सिर के ऊपर उठाते हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने X पर वीडियो साझा किया और कहा कि राहुल गांधी ने कुलियों से बातचीत की। इससे पहले कुलियों ने राहुल से मिलने की इच्छा जताई थी।
रमेश ने कहा, राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा को आगे बढ़ाते हुए उनसे मिले थे। बातचीत के दौरान कुछ लोगों ने कहा कि बीमारी के बावजूद उन्हें काम करने के लिए मजबूर किया गया। कुछ लोग इंजीनियरिंग की डिग्री के साथ भी कुली का काम कर रहे हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि एक कुली, जिसका परिवार राजस्थान में है, ने कहा कि उसकी मां को राज्य सरकार की चिरंजीवी योजना के तहत 60,000 रुपये का मुफ्त इलाज मिला, जबकि बातचीत में राजस्थान सरकार की अन्य योजनाओं का भी उल्लेख किया गया।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, लेकिन उन्हें मोदी सरकार से कोई सुविधा नहीं मिल रही है। सरकार और मीडिया दोनों देश का बोझ उठाने वालों की अनदेखी कर रहे हैं।