रूस-यूक्रेन जंग में यूक्रेन के सबसे बड़े साथी पोलैंड ने उसे हथियार सप्लाई न करने की घोषणा की है। पोलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा है कि वो यूक्रेन को हथियार देने की जगह अपने देश में ज्यादा मॉडर्न और एडवांस वेपेन जुटाने पर फोकस करेंगे। दरअसल पोलैंड और यूक्रेन में अनाज के एक्सपोर्ट को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है।
BBC के मुताबिक, मंगलवार को UN में जेलेंस्की ने बिना नाम लिए पोलैंड पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कुछ देश दुनिया के सामने यूक्रेन का साथ देने का दिखावा करते हैं। पोलैंड ने जेलेंस्की के इस आरोप को खारिज करते हुए कहा था कि उन्होंने जंग के पहले दिन से यूक्रेन का साथ दिया है।
जंग शुरू होने के बाद मंगलवार को जेलेंस्की ने पहली बार UN जनरल असेंबली को संबोधित किया।
यूक्रेन-पोलैंड के बीच अनाज एक्सपोर्ट पर विवाद क्यों हैं
यूक्रेन ने पोलैंड के खिलाफ WTO में केस किया
इस हफ्ते की शुरुआत में यूक्रेन ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में इन देशों की तरफ से लगाए गए बैन के खिलाफ केस दर्ज करवाया। उसने पोलैंड सहित बाकी दोनों देशों पर अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। यूक्रेन की इकोनॉमी मिनिस्टर ने कहा- ये बेहद जरूरी है कि हम ये साबित करें कि कुछ देश अकेले यूक्रेनी सामान के इम्पोर्ट पर बैन नहीं लगा सकते हैं।
हालांकि, WTO में यूक्रेन के केस का पोलैंड ने विरोध करते हुए बैन जारी रखने की घोषणा की। साथ ही पोलैंड के PM ने कहा- अगर यूक्रेन ने इस मामले को ज्यादा बढ़ाया तो हम वहां से आ रहे दूसरे सामानों पर भी पाबंदियां लगा देंगे। पोलैंड की विदेश मंत्री ने कहा- अंतरराष्ट्रीय फोरम के जरिए पोलैंड पर दबाव बनाना 2 देशों के बीच में मसला सुलझाने का सही तरीका नहीं है।
तस्वीर यूक्रेन के साथ मौजूद पोलैंड और लिथुएनिया की सेना की है। (फाइल)
जंग की शुरुआत से यूक्रेन का साथ देता रहा है पोलैंड
पोलैंड, स्लोवाकिया और हंगरी ने पाबंदी के बावजूद अपने देशों के रास्ते दूसरे मार्केट में यूक्रेनी अनाज के एक्सपोर्ट की इजाजत दे रखी है। पौलैंड जंग की शुरुआत से यूक्रेन का साथ देता आया है और उसने अलग-अलग मौकों पर हमले के लिए रूस की निंदा की है।
पोलैंड ने ही सबसे पहले यूक्रेन को फाइटर जेट देने की घोषणा की थी। यही वो देश है जिसने जर्मनी से यूक्रेन को लेपर्ड 2 बैटल टैंक देने की अपील की थी। इसके अलावा जंग के बाद से पोलैंड अब तक यूक्रेन के करीब 15 लाख लोगों को पनाह दे चुका है। यूक्रेन जाने वाले अलग-अलग वर्ल्ड लीडर्स भी अक्सर पोलैंड होकर ही अपनी यात्रा करते हैं।
इसके अलावा पोलैंड नाटो संगठन का भी मेंबर है। यूक्रेन लंबे समय से इस संगठन में शामिल होने की कोशिश करता रहा है। इसका रूस और पुतिन ने सीधे तौर पर विरोध किया है।