कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच आज सातवें दिन मुठभेड़ जारी है। सेना को गडूल कोकेरनाग में अभी भी 2-3 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। सोमवार को सुरक्षाबलों ने जंगल से दो शव बरामद किए थे।
सूत्रों ने बताया कि इनमें एक की पहचान जवान प्रदीप के रूप में की गई है। प्रदीप अनंतनाग में मुठभेड़ के पहले दिन 13 सितंबर से लापता थे। इसी दिन कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और डीएसपी हुमायूं भट शहीद हुए थे।
पिछले एक हफ्ते के दौरान कश्मीर में तीन जगहों पर मुठभेड़ हुई। इसमें 5 जवान शहीद हुए हैं, जबकि अनंतनाग में 1, बारामूला में 3 और राजौरी में दो यानी कुल 6 आतंकी ढेर हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कश्मीर क्षेत्र में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच यह अब तक का सबसे लंबा ऑपरेशन है। वहीं जम्मू-कश्मीर में यह तीसरी सबसे लंबी चलने वाली मुठभेड़ है।
यह लापता जवान प्रदीप के शव की तस्वीर है।
श्रीनगर में CRPF की गाड़ी पर आतंकियों ने फायरिंग की
अनंतनाग में ऑपरेशन के बीच सोमवार को एक आतंकी ने श्रीनगर में सीआरपीएफ की गाड़ी को निशाना बनाया। श्रीनगर पुलिस ने बताया कि पिस्तौल से लैस एक आतंकवादी ने सीआरपीएफ के बुलेटप्रूफ गाड़ी पर फायरिंग कर दी।
हालांकि, श्रीनगर जिले के खानयार इलाके में सुरक्षाकर्मियों ने हमले को नाकाम कर दिया। घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। सीआरपीएफ गाड़ी पर फायरिंग करने के बाद आतंकवादी मौके से भाग गया।
किश्तवाड़ में तीन संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सोमवार को हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन से जुड़े तीन संदिग्ध आतंकियों को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान तौसीफ-उल-नबी, जहूर-उल-हसन और रेयाज अहमद के रूप में हुई। तीनों को जेल भेज दिया गया है।
वहीं, किश्तवाड़ जिले में ही पुलिस और सुरक्षाबलों ने जॉइंट चेकिंग ऑपरेशन के दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसकी कार से लगभग 70 किलोग्राम वजन की 560 जिलेटिन की स्टिक्स मिली हैं। किश्तवाड़ SSP खलील पोसवाल ने बताया कि सड़क बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विस्फोटक पदार्थ को वो अवैध रूप से ले जा रहा था।
ये गिरफ्तार किए गए तीनों संदिग्ध आतंकियों की तस्वीर है।
जंगल में 20 फीट गहरी गुफाओं में छिपे हैं आतंकी
अनंतनाग में एनकाउंटर साइट पर ड्रोन और हेलिकॉप्टर से लगातार निगरानी की जा रही है। शनिवार 16 सितंबर को सेना ने बताया कि कोकेरनाग के घने जंगलों में आतंकी 12 से 20 फीट गहरी गुफाओं में छिपे हुए हैं। इन गुफाओं को आतंकियों ने सीमेंट, प्लास्टिक और लकड़ियों से ढंका हुआ है।
सेना ने ड्रोन फुटेज का वीडियो जारी कर बताया कि आतंकी यहीं पर छिपे हुए हैं।
सेना ने पहली बार एडवांस्ड ड्रोन हेरॉन मार्क-2 का इस्तेमाल किया
कोकेरनाग में सेना ने 16 सितंबर को पहली बार किसी आतंकी ऑपरेशन में अपने सबसे एडवांस्ड ड्रोन हेरॉन मार्क-2 को अटैक के लिए उतारा था। ड्रोन ने आतंकी को ढूंढ़कर उस पर ग्रेनेड फेंका, जिससे वह ढेर हो गया। साथ ही सुरक्षाबलों ने कोकेरनाग में आतंकियों का ठिकाना भी ध्वस्त कर दिया।
मुठभेड़ के दौरान तेज बारिश में भी हेरॉन काम करता रहा। इसके अलावा क्वॉड कॉप्टर ड्रोन ने आतंकियों को खदेड़ने में मदद की। ये ड्रोन पांच तरफ से गोली और ग्रेनेड एक साथ बरसा सकता है। इसे 15 किलोमीटर दूर से ऑपरेट कर सकते हैं।