नई दिल्ली, लाइफस्टाइस डेस्क। Delhi’s Most Haunted Places: कभी आपके किसी दोस्त ने आपको कोई पैरानॉर्मल कहानी सुनाई हो और आप सब फालतू की बातें सुनकर उन पर हंस दिए हों, तो ऐसा करने वाले आप अकेले नहीं हैं। हम अक्सर उन बातों को नहीं मानना चाहते जिसे हमने खुद देखा या महसूस न किया हो। वहीं, कुछ लोगों के लिए यह बहुत थ्रिलिंग हो सकता है। लेकिन अगर हम कहें कि दिल्ली में ऐसी कई जगह हैं, जहां लोगों ने ऐसी पैरानॉर्मल घटनाओं को महसूस किया है, तो क्या आप इस पर यकीन करेंगे। अगर आपको भी पैरानॉर्मल एक्टिविटीज और भूतिया जगहों के बारे में जानने का शौक है, तो जानिए दिल्ली की कुछ ऐसी जगहों के बारे में जिनके साथ कई पैरानॉर्मल कहानियां जुड़ी हुई हैं।
खूबसूरत आर्किटेक्चर की मिसाल इस बावली से कई भूतिया कहानियां भी जुड़ी हुई हैं। तीन मालों में बंटे इस स्टेप वेल के सबसे निचले हिस्से में काले रंग का पानी भरा है, जिसके ऊपर लोहे के रॉड लगे हुए हैं। इसका कारण यह माना जाता है कि कई लोगों ने इस पानी में कूद कर अपनी जान दे दी थी। ऐसा कहा जाता है कि भूतिया शक्तियों के प्रभाव से लोग इस पानी को देखकर हिप्नोटाइज होकर इस पानी में सुसाइड कर लेते थे। इसी कारण से सूरज डूबने के बाद यहां एंट्री मना है। अगर आप भी यहां जाना चाहते हैं तो सुबह 7 से शाम 6 बजे तक यहां घूम सकते हैं। इसका सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन बाराखम्बा और जनपथ है।
जंगलों के बीच मौजूद इस IMAARAT के बारे में कहानी मशहूर है कि यहां बेगम विलायत और उनके बच्चे रहते थे, लेकिन 1993 में बेगम विलायत ने खुदकुशी कर ली थी और 2017 में बेगम के बेटे प्रिंस रजा मृत मिले थे। जिसके बाद से यह जगह हॉन्टेड जगहों में से एक मानी जाने लगी। ऐसा कहा जाता है कि यहां बेगम विलायत की रूह आज भी भटकती है। धौला कुंआ यहां का सबसे पास मैट्रो स्टेशन है, जहां से ऑटो लेकर आप आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।
सेन्ट्रल रिजर्व फॉरेस्ट में बनी यह इमारत दिल्ली के सबसे भूतिया जगहों में से एक है। मचला महल की तरह ही फिरोज शाह तुगलक ने यह शिकारगाह बनाया था। इस जगह से जुड़ी कई कहानियां सुनने को मिलती हैं, जिनमें से एक है कि भटियारी जाति की एक महिला रास्ता भटक कर यहां आ गई थी, जिसके बाद उसने यहां रहना शुरू कर दिया था और यहीं उसकी मृत्यु हुई थी, जिसके बाद से यहां उसकी आत्मा भटकती है। यहां शाम के बाद जाना मना है। लेकिन दिन के समय आप इस जगह की खूबसूरती का मजा ले सकते हैं। करोल बाग यहां का सबसे सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन है।
मेहरौली आर्किओलॉजिकल पार्क में स्थित यह मकबरा मुगल काल के समय की आर्किटेक्चर की बहुत सुंदर मिसाल है। यहां सूफी संत जमालि और उनके शागिर्द कमाली को दफनाया गया था। इस जगह के साथ कहानी मशहूर है कि यहां जिन्न रहते हैं। लोगों ने यहां फुसफुसाने की आवाज और जैसे बगल में कोई खड़ा है ऐसी चीजें महसूस की हैं। इसके सबसे पास ग्रीन पार्क मेट्रो स्टेशन है।
फिरोज शाह तुगलक द्वारा बनवाया गया यह किला आज दिल्ली के सबसे हॉन्टेड जगहों में से एक है। इस जगह के साथ कहानी जुड़ी है कि यहां जिन्नों का बसेरा है और जो लोग इन बातों पर विश्वास करते हैं, वे यहां आकर जिन्न से अपनी प्रॉब्लम का समाधान मांगने के लिए चिट्ठी छोड़कर जाते हैं। यहां का सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन दिल्ली गेट है।