महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार ने रविवार (27 अगस्त) को कहा कि राजनीति में कोई परमानेंट दुश्मन या दोस्त नहीं होता। उन्होंने NCP तोड़कर NDA में शामिल होने की वजह भी बताई।
अजित ने बीड में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- महाराष्ट्र के विकास और यहां के लोगों की समस्या सुलझाने के लिए हमने महायुति (भाजपा, शिंदे गुट की शिवसेना और अजित गुट की NCP का गठबंधन) ज्वॉइन किया है।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे ने भाजपा और अजित पर निशाना साधा। रविवार को हिंगोली में रैली के दौरान उन्होंने कहा, ‘भाजपा आया राम, गया राम पार्टी है, जहां नेता पाला बदलते रहते हैं। NDA में शामिल अधिकतर पार्टियां धोखेबाज हैं। दूसरी पार्टियां तोड़कर लोग इसमें शामिल हुए हैं।’
उद्धव ने अमीबा और मालगाड़ी से की NDA सरकार की तुलना
उद्धव ने कहा, ‘वर्तमान NDA सरकार अमीबा की तरह है, जिसका कोई निश्चित आकार और आकृति नहीं है। पहले भाजपा कहती थी कि महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार है। अब अजित की तीसरी इंजन भी जुड़ गई है। पता नहीं और कितने इंजन जुड़ेंगे। यह मालगाड़ी है क्या?’
एकनाथ शिंदे की तरह अजित ने 2 जुलाई को बगावत की थी
पिछले साल जून में शिंदे और पार्टी के 39 अन्य विधायकों ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी। शिवसेना के दो हिस्से हो गए थे। इसके बाद शिवसेना, NCP और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार गिर गई। शिंदे ने इसके बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली। एकनाथ शिंदे को CM भी बनाया गया।
2 जुलाई को राजभवन में डिप्टी CM पद की शपथ लेने के बाद अजित पवार।
इसी तरह इस साल 2 जुलाई को अजित पवार ने शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी। उन्होंने NCP के आठ विधायकों के साथ शिंदे के नेतृत्व वाली NDA सरकार से हाथ मिला लिया। इसी दिन महाराष्ट्र सरकार में अजित ने डिप्टी CM पद की शपथ भी ले ली। अन्य विधायकों को भी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था।
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शरद ने लगातार दूसरे दिन दोहराया- NCP नहीं टूटी; अजित को पार्टी का नेता बताकर पलटे थे
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार ने 26 अगस्त को लगातार दूसरे दिन अपनी बात दोहराते हुए कहा कि NCP में टूट नहीं हुई है। कोल्हापुर में प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘NCP में कोई टूट नहीं हुई है, ये सही है। मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं और जयंत पाटिल महाराष्ट्र के अध्यक्ष हैं। कुछ लोगों ने अलग राह पकड़ी है।’।
शिंदे V/S उद्धव… 11 महीने की कहानी:एकनाथ बागियों के साथ सूरत में दिखे; उद्धव के हाथ से पद-पार्टी गई
एकनाथ शिंदे ही महाराष्ट्र के CM बने रहेंगे। महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे का क्लाइमैक्स 11 मई 2023 को सुप्रीम कोर्ट में हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट का सामना नहीं किया था। उन्होंने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया, ऐसे में कोर्ट पुरानी सरकार को बहाल नहीं कर सकता।