हरियाणा की भाजपा नेता सोनाली फोगाट के मर्डर के बाद CBI ने जांच के दौरान उनके घर से एक डिजिटल लॉकर बरामद किया था। इस लॉकर को अब सीबीआई खोल सकेगी। गोवा की कोर्ट ने सीबीआई को इस लॉकर को खोलने की अनुमति दे दी है। मामले में आरोपी सुखविंदर के वकील ने भी लॉकर खोलने पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं की। जिसके बाद कोर्ट ने खोलने के आदेश दिए।
इस डिजिटल लॉकर में सोनाली और सुधीर के कई राज छिपे हुए हैं। सोनाली का परिवार इसे खोलने की कई बार मांग कर चुका है। यह लॉकर सोनाली के कमरे में मिला था। तब सीबीआई ने इसके कोड सुधीर से कई बार पूछे, लेकिन उसके बताए कोड पर लॉकर नहीं खुला।
सुखविंदर हरियाणा में 60 दिन रहेगा
वहीं गोवा कोर्ट ने आरोपी सुखविंदर को अब 60 दिन हरियाणा में रहने की अनुमति दे दी है। पिछली बार सुखविंदर को 15 दिन हरियाणा में रहने की अनुमति मिली थी। सुखविंदर ने 9 अगस्त को वापस गोवा जाकर थाने में अपनी हाजिरी लगा दी थी।
जिसके बाद सुखविंदर ने अपने वकील सुखवंत सिंह दांगी के माध्यम से दोबारा हरियाणा में आने की याचिका लगाई, ताकि वह अपने पारिवारिक काम काज को निपटा सके। जिस पर कोर्ट ने उसके बेहतर आचरण को देखकर उसकी याचिका स्वीकार कर ली। एडवोकेट सुखवंत सिंह दांगी का कहना है कि सीबीआई अब सोनाली के डिजिटल लॉकर को खोल सकेगी।
गोवा में हुआ था मर्डर
सोनाली फोगाट का 22- 23 अगस्त 2022 को गोवा में मर्डर हो गया था। उस समय गोवा में उसके साथ उसका पीए सुधीर सांगवान और सुखविंदर था। सोनाली के परिवार का आरोप है कि सुधीर और सुखविंदर ने उसका मर्डर किया है। सुधीर सोनाली की प्रॉपर्टी हड़पना चाहता है। इसलिए उसने सोनाली की ड्रग्स देकर हत्या की है। आरोप था कि उसे जबरन ड्रग्स दिया गया है। दोनों ही ये ड्रग्स खरीदकर लाए थे।
सोनाली के भाई रिंकू ने गोवा पुलिस में शिकायत देकर सुधीर सांगवान और सुखविंदर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया। सोनाली की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले थे। गोवा पुलिस ने सोनाली के पीए सुधीर सांगवान और उसके साथी सुखविंदर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। रिजोर्ट के मालिक और ड्रग सप्लायर सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।