एशिया कप का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। टूर्नामेंट शुरू होने में अब महज 14 दिन बचे हैं। 20 अगस्त तक भारतीय टीम का ऐलान भी होने वाला है।
हालिया प्रदर्शन और पिछले वनडे वर्ल्ड कप के बाद के स्टैट्स के आधार पर हमने 15 खिलाड़ी शॉर्टलिस्ट किए हैं जो भारतीय टीम में शामिल हो सकते हैं। एक-एक कर इनके बारे में जानते हैं।
1. रोहित शर्मा (कप्तान)
क्यों मौका मिल सकता है…?
रोहित के चयन के पीछे 3 तर्क हैं। पहला- वे रेग्युलर कप्तान हैं। एशिया कप से ठीक पहले बिना कारण कप्तान बदलने का फैसला गलत फैसला होगा। ऐसे में रोहित का चुना जाना तय है। दूसरा- रोहित पिछले वर्ल्ड कप के बाद दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वे 29 मैचों में 1179 रन बना चुके हैं। वे 47.16 के एवरेज से रन बना रहे हैं। इतना ही नहीं, रोहित वर्ल्ड कप के बाद 6 फिफ्टी और 3 सेंचुरी जमा चुके हैं।
इस साल रोहित शर्मा ने 9 मैचों में 47.87 के एवरेज से 2 शतक समेत 383 रन बनाए हैं। तीसरा- पिछले 13 साल से ओपनिंग करते हुए रोहित ने 129 मैचों में 53.79 के एवरेज से 6186 रन बनाए हैं। जो उनका सिलेक्शन तय कर रहा है। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
2. शुभमन गिल (ओपनर)
क्यों मौका मिल सकता है…?
शुभमन गिल इस साल वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ओपनर हैं। उन्होंने 12 मुकाबलों में ओपनिंग करते हुए 68.18 के एवरेज से 750 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 3 फिफ्टी और दो सेंचुरी आ चुकी हैं। इतना ही नहीं, वे पिछले वर्ल्ड कप के बाद 25 मुकाबलों में 4 शतक और 6 अर्धशतक के सहारे 1421 रन बना चुके हैं। इस दौरान उनका एवरेज 67.66 का रहा है।
गिल पिछले वर्ल्ड कप के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ओपनर्स की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। वे धवन से पीछे हैं, लेकिन लगता है टीम इंडिया लेफ्टी ओपनर शिखर धवन से आगे बढ़ चुकी है।
पिछले वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया ने ओपनर्स के तौर पर 9 खिलाड़ियों को मौका दिया है। इनमें 36 पारियों में सबसे ज्यादा 1313 रन बनाए हैं, जबकि गिल ने 23 पारियों में ओपन करते हुए 1258 रन बना डाले हैं। ऐसे में गिल का बतौर सेकंड ओपनर चुना जाना लगभग तय है। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
3. विराट कोहली
क्यों मौका मिल सकता है…?
नंबर-3 पर विराट कोहली की जगह भी तय मानी जा रही है। उनके आंकड़े कोहली की दावेदारी को और मजबूती दे रहे हैं। कोहली पिछले वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बैटर हैं। उन्होंने 39 मैचों में 46.05 के एवरेज से 5 शतक और 11 अर्धशतक के सहारे 1612 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं, इस साल कोहली ने 10 मुकाबलों में 53.37 के एवरेज से 427 रन स्कोर किए हैं। इस साल कोहली के बल्ले से दो शतक और एक अर्धशतक जमाए हैं।
कोहली नंबर-3 पर पिछले वर्ल्ड कप के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय हैं। कोहली के ओवरऑल आंकड़े देखने से पता चलता है कि कोहली ने करियर में सबसे ज्यादा 10,777 रन इसी पोजिशन पर बनाए हैं, जो उनके वनडे रनों (12898) का 83.55 फीसदी है। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
4. श्रेयस अय्यर
क्यों मौका मिल सकता है…?
टीम इंडिया की नंबर-4 पोजिशन पर श्रेयस अय्यर सबसे बड़े दावेदार हैं। ये हम नहीं, बल्कि इस पोजिशन पर अय्यर के आंकड़े कह रहे हैं। उनके आंकड़े नंबर-4 पर अय्यर को युवराज सिंह का दावेदार बना रहे हैं। युवराज सिंह ने करियर के 39.24 फीसदी 3415 रन इसी पोजिशन पर बनाए हैं, वहीं अय्यर 49.35 फीसदी 805 रन इस पोजिशन पर बना चुके हैं।
पिछले वर्ल्ड कप के बाद के आंकड़े देखें तो नंबर-4 पर सबसे ज्यादा 805 रन अय्यर के नाम हैं। इस पोजिशन के टॉप स्कोरर की सूची के टॉप पर हैं, पंत 360 बनाकर दूसरे स्थान पर हैं, लेकिन पंत के फिट होने की उम्मीद कम है।
पिछले वर्ल्ड कप के बाद अय्यर का प्रदर्शन देखें तो हम पाते हैं कि अय्यर ने 36 मुकाबलों में 1421 रन बनाए हैं। उनके बल्ले ने 47.36 के एवरेज से दो शतक और 12 अर्धशतक बनाए हैं। अय्यर के इस साल के आंकड़े खास नहीं रहे, क्योंकि वे चोट के चलते 3 वनडे ही खेल सके हैं। इनमें अय्यर ने 94 रन बनाए हैं। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
5. सूर्यकुमार यादव
क्यों मौका मिल सकता है…?
5वें बल्लेबाज के तौर पर हमने सूर्यकुमार यादव को चुना है। यादव के आंकड़े भले ही रोहित, कोहली और अय्यर जितने मजबूत न हों, लेकिन उनके रचनात्मक शॉट्स और अग्रेसिव बैटिंग उन्हें खास बनाती हैं।
प्योर बैटर के तौर पर सूर्या पिछले कुछ साल में सिलेक्टर्स के पसंदीदा रहे हैं। ऐसे में उनकी दावेदारी मजबूत है। चयनकर्ता उन्हें भविष्य की एसेट्स के तौर पर भी देख रहे हैं, हालांकि उनकी निरंतरता पर सवालिया निशान है। वे विंडीज दौरे पर फ्लॉप रहे हैं।
सूर्या ने पिछले वर्ल्ड कप के बाद 26 मैचों में 24.33 के एवरेज से 511 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से इस दरमियान 2 अर्धशतक निकले हैं। सूर्या ने इस साल 10 मैचों में 127 रन स्कोर किए हैं। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
6. केएल राहुल
क्यों मौका मिल सकता है…?
विकेटकीपर बैटर की पोजिशन केएल राहुल चयनकर्ताओं की पहली पसंद हो सकते हैं, क्योंकि पंत की गैरमौजूदगी में इस साल आजमाए गए सभी विकेटकीपर बैटर उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। ऐसे में वे एशिया कप में भारत के पहले विकेटकीपर हो सकते हैं। राहुल ने कुछ मुकाबलों में मिडिल ऑर्डर पर बल्लेबजी भी की है।
चूंकि, राहुल चोट से वापसी कर रहे हैं। ऐसे में वर्ल्ड कप से पहले सिलेक्टर्स उन्हें आजमा सकते हैं, हालांकि राहुल का चयन उनकी फिटनेस पर निर्भर करेगा।
राहुल ने पिछले वर्ल्ड कप के बाद 31 मैचों में 49.30 के एवरेज से 1282 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से इस दरमियान 9 अर्धशतक निकले हैं। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
7.ईशान किशन/संजू सैमसन
क्यों मौका मिल सकता है…?
सेकंड विकेटकीपर बैटर की पोजिशन पर चयनकर्ता ईशान किशन और संजू सैमसन में से एक को चुनना पड़ सकता है, हालांकि आंकड़े ईशान की दावेदारी को मजबूत कर रहे हैं। इतना ही नहीं, ईशान को विकेटकीपिंग के साथ तीसरे ओपनर भी हो सकते हैं।दूसरी ओर संजू की निरंतरता चिंता का विषय है, वे लेफ्टी होने के बाद मिडिल ऑर्डर में वैरायटी देते हैं, लेकिन इस साल मिले मौकों में सैमसन खुद को साबित नहीं कर सके हैं। पिछले वर्ल्ड कप के बाद से वे तीन फिफ्टी ही जमा सके हैं। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
8. हार्दिक पंड्या क्यों मौका मिल सकता है…? ऑलराउंडर्स में चयनकर्ताओं की पहली पसंद हार्दिक पंड्या हो सकते हैं, क्योंकि वे बैट-बॉल दोनों से परफॉर्म कर रहे हैं। वे चौथे या 5वें पेसर की भूमिका निभाने में सक्षम है। ऐसे में कप्तान के पास जरूरत पड़ने पर तीन स्पिनर्स खिलाने का ऑप्शन होगा। जो श्रीलंका की पिचों पर उपयोगी हो सकता है।
पिछले वर्ल्ड कप के बाद से पंड्या ने बैट-बॉल दोनों से रिजल्ट दिए हैं। इस साल भी उनके आंकड़े शानदार हैं। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
9. रवींद्र जडेजा
क्यों मौका मिल सकता है…?
एक ऑलराउंडर के तौर पर रवींद्र जडेजा तीनों फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वे जरूरत पड़ने पर मिडिल ऑर्डर बैटिंग करते हैं। साथ ही अहम मौकों पर विकेट निकालकर भी देते हैं। इसी वजह से सिलेक्टर्स उन्हें सेकंड ऑलराउंडर के तौर पर चुन सकते हैं।
पिछले वर्ल्ड कप के बाद जडेजा ने बतौर ऑलराउंडर 448 रन बनाए हैं और 18 विकेट हासिल किए हैं। इस साल जडेजा के बल्ले से 113 रन निकले हैं और उन्होंने 5 विकेट लिए हैं। ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
10. अक्षर पटेल
क्यों मौका मिल सकता है…?
अक्षर पटेल लोअर मिडिल ऑर्डर में मैच फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं। वे कई मुकाबलों में मैन विनर भी सबित हुए हैं। अक्षर जरूरत पड़ने पर बड़े हिट करने की क्षमता भी रखते हैं। साथ ही विकेट भी लेते हैं।ग्राफिक्स में देखिए पिछले वर्ल्ड कप और इस साल का प्रदर्शन…
11. शार्दूल ठाकुर
क्यों मौका मिल सकता है…?
8वें नंबर के बल्लेबाज हैं। चौथे गेंदबाज की जिम्मेदारी भी इन्हीं के कंधों पर होती है। पिछले वर्ल्ड कप के बाद भारत के टॉप विकेट टेकर हैं। ऐसे में उन्हें चौथे ऑलराउंडर और पेसर के रूप में चुना जा सकता है।