ब्रिटेन की कैंब्रिज विश्वविद्यालय के जीसस कॉलेज में पहली बार रामकथा हो रही है। यहां मोरारी बापू रामकथा सुना रहे हैं। ये आयोजन 12 से शुरू हुआ है और 20 अगस्त तक चलेगा। कैंब्रिज विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे पुराने और सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक है। कैम्ब्रिज में ये रामकथा ब्रिटेन के युवाओं द्वारा आयोजित की गई है। यूके में मोरारी बापू की पहली कथा 1979 में हुई थी। इसके बाद 2017 में हुई और अब 2023 में हो रही है।
14 वर्ष की उम्र से मोरारी बापू सुना रहे हैं कथा
अपनी रामकथा में मोरारी बापू सनातन ज्ञान और आध्यात्मिकता पर बात करते हैं। मोरारी बापू करीब 60 सालों से देश-दुनिया में रामकथा सुना रहे हैं। उन्होंने रामायण के माध्यम से सत्य, प्रेम और दया की शिक्षा अपने श्रोताओं को दी है। मोरारी बापू कथाओं को आज के समय हिसाब से जोड़कर समझाते हैं। मोरारी बापू रामायण के सबसे बड़े जानकारों में से एक हैं। बापू अपनी कथाओं में अन्य धर्मों के उदाहरण भी देते हैं।
मोरारी बापू में रामकथा सुनाने की शुरुआत अपने गांव के तीन लोगों के सामने की थी। तब वे 14 वर्ष के थे। वर्तमान इनकी उम्र करीब 76 साल है।
बापू ने भारत के सभी प्रमुख शहरों और तीर्थों के साथ ही कई देशों में रामकथा की है। इन्होंने श्रीलंका, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, केन्या, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, इजरायल और जापान जैसे देशों में कथा की है।