अमेरिका के हवाई स्टेट के जंगलों में लगी आग की वजह से अब तक 53 लोगों की मौत हो गई। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ये हवाई में अब तक का सबसे बड़ी आपदा है। इस आग में करीब एक हजार बिल्डिंग्स जल चुकी हैं। वहीं स्टेट में कई लोग बेघर चुके हैं। मंगलवार को हवाई के पश्चिमी तट पर माउई आइलैंड में यह आग तेज हवा की वजह से फैल गई।
आग इतनी तेज फैली कि कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कुछ लोगों को अपनी जान बचाने के लिए समुद्र में छलांग लगानी पड़ी। माउई से अब तक हजारों लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। अभी 1400 लोग बाहर निकलने की कोशिश में एयरपोर्ट पर इंतजार में है। इनमें से ज्यादातर लोग टूरिस्ट हैं।
इस फुटेज में वाइल्डफायर की वजह से मची तबाही नजर आ रही है।
हेलिकॉप्टर से आग बुझाने की कोशिश जारी है।
गवर्नर बोले- शहरों को फिर से बसाने में लगेंगे अरबों रुपए
हवाई के गवर्नर जॉश ग्रीन ने बताया- लहायना शहर में मची तबाही के बाद इसे फिर से खड़ा करने में कई साल और अरबों रुपए लग जाएंगे। गवर्नर के मुताबिक, 1961 में एक समुद्री लहर में 61 लोगों के मौत के बाद यह सबसे बड़ी दुर्घटना है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को इसे आपदा घोषित कर राहत कार्यों के लिए फंड जारी किया।
अमेरिकी कोस्ट गार्ड कमांडर एजा किरक्सके ने CNN को बताया कि अपनी जान बचाने की कोशिश में 100 से ज्यादा लोगों के समुद्र में कूदने की आशंका है। किरक्सके ने कहा- आग से उठने वाले धुएं के कारण हेलिकॉप्टर पायलेट्स को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद एक कोस्ट गार्ड वेसल ने 50 से ज्यादा लोगों को रेस्कयू किया है।
हवाई में वाइल्डफायर से मची तबाही की तस्वीरें…
लहायना शहर में कई घर आग की चपेट में आ गए।
घर के अंदर का सामान भी जल गया।
लहायना में आग की वजह से कई बस्तियां जल गईं।
आग में जलकर खाक हुई कारें।
हवाई से बाहर जाने के लिए एयरपोर्ट पर इंतजार करते लोग।
एरियल व्यू में माउई में तबाही का मंजर नजर आ रहा है।
मई में कनाडा के जंगल में भी लगी थी आग
मई में कनाडा के जंगलों में अब तक की सबसे भयानक आग लगी थी। यहां करीब सभी 10 प्रांतों और शहरों में इसका असर देखा गया था। इसमें करीब 33 हजार स्क्वायर किमी का क्षेत्र जल गया था। ये पिछले 10 साल के औसत से 13 गुना ज्यादा और बेल्जियम के कुल क्षेत्रफल से भी बड़ा है। इसकी वजह से 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा था।
कनाडा में जंगल की आग को बाढ़ के बाद सबसे बड़ी आपदा माना जाता है। जंगल की आग से हर साल 4 मिलियन स्कवायर किलोमीटर का इलाका जल जाता है। आग जलने के लिए हीट, ईंधन और ऑक्सीजन जरूरी होते हैं। जंगल में ऑक्सीजन हवा में ही मौजूद होती है। पेड़ों की सूखी टहनियां और पत्ते ईंधन का काम करते हैं। वहीं एक छोटी सी चिंगारी हीट का काम कर सकती है।