बार्बी से पॉप कल्चर में आया बड़ा शिफ्ट: अलंकृता
अलंकृता ने कहा- मुझे लगता है हम फीमेल सेंट्रिक सिनेमा देखने और समझने के लिए पहले की तुलना में अब ज्यादा तैयार हैं। हमनें इस दिशा में कुछ हद तक कामयाबी हासिल कर भी ली है लेकिन अब भी एक लंबा सफर तय करना है। दरअसल, हमें ये समझना होगा कि पॉपुलर कल्चर कई दशकों तक मेल सेंट्रिक रहा है।
हमारे म्यूजिक शोज, परेड, स्पोर्ट्स टूर्नामेंट्स, टीवी शोज और हर वो चीज जो पॉप कल्चर का हिस्सा है उसे मर्दों के नजरिए से उनके मनोरंजन के लिए बनाया गया है।
अलंकृता ने कहा- फिल्म बार्बी पॉप कल्चर में आया बहुत बड़ा शिफ्ट है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए। ये लड़कियों की फिल्म है जो लड़कियों के लिए ही बनाई गई है। ये कुछ हद तक फेमिनिज्म 101 जैसा है। मेरा मानना है कि ये कांसेप्ट बहुत इंटरेस्टिंग है और मुझे ये देखकर बिल्कुल भी हैरानी नहीं हुई कि ये फिल्म भारत में नहीं चली।
प्रेजेंट-डे पॉप कल्चर पुरुषों के नजरिए से ढला हुआ है: अलंकृता
अलंकृता ने कहा- चीजें इसी तरीके से डिजाइन की गई हैं और हम अपने आसपास इन चीजों को मेल गेज से यानी पुरुषों की नजर से ही देखते आए हैं। हमनें मेल गेज को स्वीकार कर लिया है। इस वजह से हमें कभी ऐसा महसूस नहीं होता कि शायद महिलाओं की नजरों में दुनिया कुछ और हो सकती, पॉप कल्चर का मतलब उनके लिए अलग भी तो हो सकता है।
बदलाव तब आएगा जब महिलाएं बनाएंगी 50% फिल्में: अलंकृता
अलंकृता ने आगे कहा- असल बदलाव तब आएगा जब महिलाएं कैमरे के पीछे पॉवरफुल पोजीशन में होंगी। फिल्मों के जरिए कहानी सुनाने वाली महिलाओं की संख्या बहुत कम है। मैं हमेशा ये कहती हूं कि जब तक कुल बन रही फिल्मों का 50% हिस्सा महिलाओं की बनाई फिल्मों का नहीं होगा तब तक हम फीमेल गेज यानी महिलाओं के नजरिए को पॉप कल्चर का हिस्सा बनते नहीं देख सकते।
भारत में ओपेनहाइमर ने की बार्बी से तीन गुना ज्यादा कमाई
डायरेक्टर ग्रेटा गेर्विग की फिल्म बार्बी ने ग्लोबल बॉक्स ऑफिस पर तकरीबन 8513 हजार करोड़ (1 बिलियन से ज्यादा) से ज्यादा का कलेक्शन कर लिया है। बार्बी पहली फिल्म है जिसने सोलो फीमेल डायरेक्टर के साथ बिलियन डॉलर बॉक्स-ऑफिस क्लब में अपनी जगह बनाई है। वहीं, भारत में फिल्म ने 42.97 करोड़ रुपए ही कमाए। ओपेनहाइमर ने भारत में करीब 116 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है।