भारत के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने बुधवार को नॉर्थम्प्टन काउंटी ग्राउंड में समरसेट के खिलाफ वन-डे कप टूर्नामेंट में नॉर्थम्पटनशायर के लिए दोहरा शतक लगाया।
शॉ ने 81 गेंदों पर शतक पूरा किया और फिर आखिरकार 153 गेंदों पर 244 रन की पारी खेली। शॉ ने 28 चौके और 11 छक्के जमाए।
शॉ ने इस टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा इंडिविजुअल स्कोर का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने ओली रॉबिन्सन के 206 (2022 में केंट के लिए) को पीछे छोड़ दिया।
करियर का दूसरा दोहरा शतक
मुंबई के बल्लेबाज ने अपने लिस्ट ए करियर का दूसरा दोहरा शतक जमाया है। उन्होंने अपना पहला दोहरा शतक 2020-21 विजय हजारे ट्रॉफी में पुडुचेरी के खिलाफ बनाया था। तब मुंबई के लिए शॉ ने नाबाद 227 रन बनाए थे। वह टूर्नामेंट में उस समय का टॉप स्कोर था।
नॉर्थम्पटनशायर का वन-डे कप में दूसरा टॉप स्कोर
नॉर्थम्पटनशायर ने वन-डे कप में अपना दूसरा सर्वोच्च स्कोर दर्ज किया। टीम ने आठ विकेट पर 415 रन बनाए। 23 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने नौवें शतक के साथ कई लिस्ट ए रिकॉर्ड तोड़े। शॉ पिछले हफ्ते ग्लॉस्टरशायर के खिलाफ अपने नॉर्थम्पटनशायर डेब्यू मैच में 34 रन पर हिटविकेट आउट हो गए थे।
50 ओवर के मैच में छठे टॉप स्कोरर बने शॉ
पृथ्वी शॉ 50 ओवर मैच यानी लिस्ट A मैचों में टॉप स्कोर बनाने वाले छठे बल्लेबाज बन गए है। इस लिस्ट में पहला नाम तमिलनाडु के नारायण जगदीशन का है, जिन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 277 रन की पारी खेली थी।तस्वीर नारायण जगदीशन की है। उन्होंने 2022 में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 277 रन की पारी खेली थी।
चार और भारतीय इस समय इंग्लैंड में खेल रहे
पृथ्वी शॉ इस सीजन इंग्लैंड में क्लब क्रिकेट खेलने वाले पांचवें भारतीय खिलाड़ी। उनसे पहले चेतेश्वर पुजारा (ससेक्स), अजिंक्य रहाणे (लीसेस्टरशायर), अर्शदीप सिंह (केंट) और नवदीप सैनी (वरसेस्टरशायर) भी इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट का हिस्सा बन चुके हैं। हालांकि, अर्शदीप, सैनी और रहाणे ने अपना नाम वापस ले लिया है। पुजारा वन डे कप में ससेक्स से खेल रहे है।
शॉ को 2021 से टीम इंडिया में मौका नहीं मिला
2018 में भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप जिता चुके पृथ्वी शॉ ने 2018 में ही इंटरनेशनल डेब्यू भी कर लिया था। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में ही शतक लगाया, लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर गेंदबाजों के सामने उनकी टेक्नीक कमजोर नजर आई। उन्होंने जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ आखिरी इंटरनेशनल मैच वनडे के रूप खेला और तब से ही वह भारत के लिए कोई मुकाबला नहीं खेल सके।
शॉ को इसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के स्क्वॉड में शामिल किया गया था, लेकिन शुभमन गिल और ऋतुराज गायकवाड की मौजूदगी में उन्हें प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं बनाया गया। अब वेस्टइंडीज दौरे पर टी-20 की टीम जारी होनी है, ऐसे में देखना अहम होगा कि खराब IPL सीजन के बाद उन्हें टीम इंडिया में मौका मिलता है या नहीं।