हरियाणा के नूंह जिले में हिंसा के बाद लगाए गए कर्फ्यू में गुरुवार को सबसे बड़ी ढील दी गई। सुबह 7 बजे से बाजार खुल गए, जो आज दोपहर 3 बजे तक यानी 8 घंटे तक खुले रहेंगे। नेटबंदी शुक्रवार रात 12 बजे तक लागू रहेगी। पूरे जिले में अभी भी पैरामिल्ट्री फोर्स और पुलिस के जवानों की चप्पे-चप्पे पर तैनाती है। हालांकि पिछले 10 दिन से नूंह में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।
कर्फ्यू में ढील की अवधि के दौरान मार्केट, बैंक, ATM और अन्य दुकानें दोपहर 3 बजे तक खुल सकेंगी। 31 जुलाई को हिंसा के बाद जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया था। नूंह में हुई हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 57 FIR दर्ज हुई हैं। अभी तक 188 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही अमन-चैन बना रहे, इसलिए पुलिस और पैरामिल्ट्री फोर्स के जवान फ्लैग मार्च कर रहे हैं।
शहर में जगह-जगह पैरामिल्ट्री और पुलिस फोर्स भी लगाई गई है।
इंटरनेट पर पाबंदी 11 अगस्त तक बढ़ाई
वहीं नूंह में हिंसा के बाद अभी हालात सुधरे नहीं हैं। इसे देखते हुए यहां इंटरनेट पर पाबंदी 11 अगस्त की रात 12 बजे तक बढ़ा दी गई है। राज्य के अतिरिक्त गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने यह आदेश दिए। आदेश के मुताबिक, नूंह में सोशल मीडिया के जरिए अफवाहें फैलाकर कानून व्यवस्था भंग होने का खतरा है।
डिप्टी CM बोले- SP छुट्टी पर थे, कोई स्थिति समझ नहीं पाया
नूंह हिंसा को लेकर डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नूंह में स्थितियों को समय रहते ठीक से समझा नहीं गया। SP छुट्टी पर थे और उनकी जगह जो अधिकारी थे, वह भी स्थिति को भांप नहीं पाए। इसके अलावा स्थानीय प्रशासन और आयोजनकर्ता भी स्थिति को समझ नहीं पाए।
उन्होंने कहा कि मुझे तो सुबह ही पता चला गया था, मेरी CID के ADG से भी इस मामले पर बात हुई। नूंह के SP छुट्टी पर थे तो उनसे ही मैंने भिवानी के SP को भेजने को कहा था। डिप्टी CM ने कहा कि फिलहाल स्थिति सामान्य हो चुकी है, जो दंगे में शामिल हैं, उनकी पहचान की जा रही है। इसमें धर्म को नहीं देखा जा रहा, जो भी दोषी हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
सोहना के रायपुर में आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने बुधवार को नूंह जाने से रोक दिया था।
नूंह में 2 हजार लोगों की ID चैक होगी
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, मणिपुर के बाद सरकारी एजेंसियों ने नूंह में 2 हजार माइग्रेंट्स की ID वेरिफिकेशन की सिफारिश की है। यह फैसला नूंह हिंसा में सोमवार को 2 रोहिंग्या की गिरफ्तारी के बाद लिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 31 जुलाई को नूंह हिंसा में म्यांमार से आए लोग शामिल थे, जो आसाम या बंगाल की अवैध आइडेंटिटी के जरिए नूंह पहुंच गए थे।
इस बारे में नूंह के SP नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि ID चैक करने की जरूरत है, ताकि उससे कानूनी तरीके से निपटा जा सके। इन लोगों को यहां शरण देने के बदले शोषण किया जाता है। इन्हें खरीदा जाता है या फिर गैरकानूनी कामों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है। हमें तो यहां तक इनपुट मिले हैं कि लोकल लोगों की तरफ से उनकी महिलाओं का शोषण किया गया है। इसलिए इनकी ID चैक करके एक्शन लेने की जरूरत है।
इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, जरूरत पड़ी ताे इन लोगों को नूंह से हटाकर फतेहाबाद शिफ्ट करने की भी सिफारिश की जाएगी।