गल्फ में ईरान और अमेरिका के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। अमेरिका अब होर्मुज के दर्रे से गुजरने वाले कमर्शियल जहाजों में नौसेना के हथियारबंद सैनिक तैनात करेगा। ये वो इलाका है जहां से दुनिया में सप्लाई किए जाने वाले कुल तेल का 20% हिस्सा गुजरता है। अमेरिका ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी है। एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि वो सैनिक तैनात करने से जुड़े एग्रीमेंट को जल्द ही लागू कर देंगे।
वहीं, जब अधिकारी से पूछा गया कि इस तैनाती से ईरान की फोर्सेज के साथ तनाव तो नहीं बढ़ जाएगा। इसके जवाब में अधिकारी ने कहा- ये तो उन (ईरान) पर निर्भर करता है। अगर ईरान अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पालन करेगा तो किसी तरह का तनाव पैदा नहीं होगा। वहीं, अगर उनकी तरफ से अटैक हुआ तो हम भी जवाब देने को तैयार हैं।
सोर्स- अलजजीरा
सोर्स- अलजजीरा
ये तस्वीर अमेरिका ने शेयर की है जो अमेरिकी युद्धपोत USS बतान की है, ये फाइटर जेट, वॉरशिप और दूसरे एयरक्राफ्ट्स के साथ गल्फ की ओर बढ़ रहा है।
ये तस्वीर अमेरिका ने शेयर की है जो अमेरिकी युद्धपोत USS बतान की है, ये फाइटर जेट, वॉरशिप और दूसरे एयरक्राफ्ट्स के साथ गल्फ की ओर बढ़ रहा है।
अमेरिका ने गल्फ में तैनात किए F-16 लड़ाकू विमान
ईरान से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने पिछले महीने गल्फ में लड़ाकू विमान भी तैनात किए थे। एक अधिकारी ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा था कि अमेरिका का A-10 अटैक एयरक्राफ्ट पहले से ही इलाके की निगरानी कर रहा है। अब F-16 लड़ाकू विमान भी तैनात किए गए हैं।
अमेरिका ने गल्फ में इस एक्शन की वजह ईरान से जहाजों को बचाना बताया था। अमेरिका ने इस इलाके में 3000 सैनिक तैनात करने की भी बात कही थी। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था- होर्मुज पास दुनिया के लिए काफी अहम समुद्री रास्ता है। हमने देखा है कि ईरान कैसे इसे प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है।
तस्वीर होर्मुज पास की है, जहां ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स की शिप एक ड्रिल में हिस्सा ले रही हैं।
तस्वीर होर्मुज पास की है, जहां ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स की शिप एक ड्रिल में हिस्सा ले रही हैं।
ईरान ने ओमान की खाड़ी में कॉमर्शियल जहाज जब्त किया
अमेरिका और ईरान के बीच ओमान की खाड़ी में 2019 से जहाजों को जब्त करने को लेकर विवाद चल रहा है। दरअसल, 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से न्यूक्लियर डील खत्म कर ली थी। इसके बाद दोनों देश अलग-अलग जगहों पर एक-दूसरे के खिलाफ खड़े नजर आते हैं।
गल्फ में होर्मुज पास भी उनमें से एक है।अब अधिकारियों का कहना है कि F-16 गल्फ में जहाजों को एयर कवर देगा। इस फैसले से गल्फ में ईरान को चुनौती देने के लिए अमेरिकी सेना की मौजूदगी भी बढ़ेगी।
दरअसल, अमेरिका ने पिछले महीने ईरान पर ओमान की खाड़ी में एक कॉमर्शियल जहाज पर कब्जा करने के आरोप लगाए थे। US नेवी ने दावा किया था कि उसने ईरान को 2 कॉमर्शियल तेल के टैंकर रिचमंड वोयेजर को जब्त करने से रोका। रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिकी नेवी ने बताया कि बाहमास के झंडे वाले 2 टैंकर गल्फ ऑफ ओमान से गुजर रहे थे। तभी ईरान की नेवी वेसल ने उस पर हमला कर दिया।
वहीं ईरान के मुताबिक, उसे कोर्ट से टैंकर को जब्त करने के ऑर्डर मिले थे। ईरान ने दावा किया कि ओमान की खाड़ी में एक टैंकर उनके वेसल से टकरा गया था। इस वजह से वेसल में सवार 5 क्रू मेंबर्स घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें उसे जब्त करने का आदेश मिला था।