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अंबाला में युवती की मौत के 3 माह बाद FIR:पिता बोले- बेटी को रातभर घुमाते रहे आरोपी; पुलिस ने समझौते का दबाव बनाया

हरियाणा के अंबाला कैंट में नेशनल हाईवे पर 4 माह पहले एक्सीडेंट के बाद हुई युवती की मौत मामले में पुलिस ने अब कार्रवाई की है। युवती अपने दोस्तों के साथ गाड़ी में सवार थी। आरोपियों ने युवती के पिता को बताया कि वह जीरकपुर कंपनी से इंटर्नशिप करके अंबाला के लिए रवाना हुए थे, जबकि हादसा करनाल से चंडीगढ़ की तरफ जाते हुए नेशनल हाईवे पर काली पलटन पुल (कैंट) के पास गाड़ी डिवाइडर पर जा टकराने से हुआ।

युवती के पिता के मुताबिक, कंपनी से पता चला कि 2 दिन पहले ही उसकी बेटी की इंटर्नशिप खत्म हो चुकी थी। ऐसे में दोनों आरोपी उसकी बेटी को कहां लेकर गए कुछ नहीं बता रहे। बार-बार गुमराह किया जा रहा है। पुलिस ने भी CMO ऑफिस में शिकायत करने के बाद कार्रवाई की।

29 मार्च की सुबह पौने 4 बजे हुआ था हादसा
जानकारी के मुताबिक, 29 मार्च की सुबह पौने 4 बजे अंबाला कैंट में दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर काली पलटन पुल के पास I-20 गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी, जिसमें यमुनानगर के रामनगर कॉलोनी निवासी आरुषि शर्मा (22) को गंभीर चोटें आई थी। गाड़ी में सवार महेश नगर ( अंबाला कैंट) निवासी मोहम्मद तनवीर और यमुनानगर निवासी कर्मजीत सिंह बाल-बाल बच गए थे। आरुषि को कैंट के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां कॉमा में चल रही आरुषि की एक माह बाद 29 अप्रैल को उपचार के दौरान मौत हो गई थी।

आरुषि ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से की थी BSC
रामनगर कॉलोनी यमुनानगर निवासी संजीव कुमार ने बताया कि उसकी बेटी आरुषि शर्मा ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से BSC-BT की पढ़ाई की थी। उसके बाद आरुषी शर्मा जीरकपुर कंपनी में इंटर्नशिप कर रही थी, जो 28 मार्च से पहले एक-दो दिन पहले ही खत्म हुई थी। उसी कंपनी में महेश नगर निवासी मोहम्मद तनवीर भी पहले से काम कर रहा था, जो खुद को आरुषि को सीनियर बताता था। अशोक विहार कॉलोनी (यमुनानगर) निवासी कर्मजीत सिंह भी वहीं काम करता था, जो आरुषि का मुंह बोला भाई था।

पिता के जहन में उठ रहे सवाल
संजीव कुमार ने बताया कि उसकी बेटी आरुषी 28 मार्च की शाम साढ़े 4 बजे जीरकपुर से अपने घर यमुनानगर आ रही था। आरुषी जब अंबाला कैंट बस स्टैंड पर उतरी तो उसको मोहम्मद तनवीर और अशोक विहार कॉलोनी (यमुनानगर) कर्मजीत सिंह मिले। दोनों ने उसकी बेटी को अपनी गाड़ी में बैठाया और पता नहीं कहां ले गए। अगले दिन सुबह पौने 4 बजे काली पलटन पुल अंबाला कैंट के पास कार का एक्सीडेंट की सूचना मिली।

पिता बोले-तड़के 3 बजे बेटी घर के लिए क्यों निकलती ?
संजीव ने कहा कि आरोपी मोहम्मद तनवीर ने उसे बताया कि वह रात की ड्यूटी करके तड़के 3 बजे वापस अंबाला के लिए निकले थे। उसने आरुषि को अंबाला छोड़ने की बात कही थी, लेकिन उस वक्त मोहम्मद और आरुषि की कोई शिफ्ट नहीं थी। अगर होती भी तो तड़के 3 बजे उसकी बेटी घर के लिए क्यों निकलती।

संजीव ने कहा कि जब भी उसकी बेटी घर के लिए जीरकपुर से निकलती तो कॉल करके बताती थी, लेकिन उस दिन उसके पास कोई कॉल नहीं आई। संजीव ने सवाल उठाया कि एक्सीडेंट गाड़ी का करनाल की तरफ से चंडीगढ़ जाते वक्त हुआ।

आरोप: बेटी के फोन से खत्म किया डाटा
संजीव कुमार ने आरोप लगाए कि दोनों आरोपियों ने उसकी बेटी की हत्या की है। आरोपियों ने उसकी बेटी के मोबाइल का भी सारा डाटा खत्म कर करके सारे साबुत खत्म कर दिए हैं। उसने पुलिस को FIR दर्ज करने के लिए कहा तो तर्क दिया कि लड़की बिना बयान दिए मर गई है, अब FIR नहीं होगी। उसने अपनी शिकायत SP अंबाला को दी, जिसके बाद उसकी शिकायत लाल कुर्ती चौकी में भेजी गई।

आरोप लगाया कि उसे चौकी में बुलाया गया और डरा धमका समझौता करने का दबाव बनाया गया। यहां कहा गया कि अब समझौता कर लो इसी में आपकी भलाई है। मामला CMO ऑफिस के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 279 व 304A के तहत केस दर्ज किया है।

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