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आज मोदी करेंगे अखिल भारतीय शिक्षा समागम का इनॉगरेशन:पीएम SHRI स्कीम की पहली किश्त जारी करेंगे,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 10 बजे दिल्ली में अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे। दो दिन तक चलने वाला यह कार्यक्रम नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तीन साल पूरे होने पर मनाया जा रहा है।

यह कार्यक्रम दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। जिसका इनॉगरेशन पीएम मोदी ने 26 जुलाई को किया था।

अखिल भारतीय शिक्षा समागम की शुरूआत 29 जुलाई को होगी और यह 30 जुलाई तक चलेगा। इस कार्यक्रम के दौरान मोदी पीएम SHRI स्कीम के तहत धनराशि की पहली किस्त भी जारी करेंगे।

जानें क्या है पीएम श्री योजना…
पीएम SHRI (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के 14,500 पुराने स्कूलों का अपग्रेडेशन करके स्मार्ट और आधुनिक विद्यालय में बदलना है, ताकि इन स्कूलों को नया स्वरुप प्रदान कर बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ा जा सके।

पीएम श्री योजना के तहत अपग्रेड किए गए पीएम श्री स्कूलों में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की झलक दिखाई देगी तथा आगे चलकर यह अनुकरणीय स्कूल की तरह काम करेगा।

पांच सालों में स्कूलों में खर्च होंगे 27,360 करोड़ रुपए
वर्ष 2022-23 से 2026 तक 5 सालों के लिए 27,360 करोड़ रुपये की लागत से पीएम श्री योजना प्रोजेक्ट को लागू किया जाएगा। पीएम श्री स्कूल के अंतर्गत चयनित स्कूल अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य स्कूलों को मेंटरशिप प्रदान कर उनका नेतृत्व करेंगे।

पीएम श्री स्कूल को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें सौर पैनल और एलइडी लाइट, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त, जल संरक्षण से संबंधित परम्पराओं को शामिल किया जाएगा।

34 साल बाद बदली थी नेशनल एजुकेशन पॉलिसी
साल 2020 में नई एजुकेशन पॉलिसी को लागू किया गया था। 1986 के बाद यानी 34 साल बाद देश की शिक्षा नीति में बदलाव हुआ था। इसमें बच्चे के प्राइमरी स्कूल में एडमिशन से लेकर हायर एजुकेशन कर जॉब फोर्स से जुड़ने तक काफी बदलाव किए गए हैं। नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट इसरो के वैज्ञानिक रह चुके शिक्षाविद के. कस्तूरीरंगन के नेतृत्व वाली कमेटी ने बनाया था।

  • 6 से 9 वर्ष के बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान पर फोकस होगा। इसके लिए नेशनल मिशन बनेगा। पूरा फोकस होगा कक्षा 3 तक के बच्चों का फाउंडेशन मजबूत बने।
  • कक्षा 5 तक तक आते-आते बच्चे को भाषा और गणित के साथ उसके स्‍तर का सामान्य ज्ञान होगा। डिस्कवरी और इंटरेक्टिवनेस इसका आधार होगा यानी खेल-खेल में सारा सिखाया जाएगा।
  • कक्षा 6-8 तक के लिए मल्‍टी डिसीप्लीनरी कोर्स होंगे। एक्टिविटीज के जरिये पढ़ाएंगे। कक्षा 6 के बच्‍चों को कोडिंग सिखाएंगे। 8वीं तक के बच्चों को प्रयोग के आधार पर सिखाया जाएगा।
  • कक्षा 9 से 12 तक के बच्‍चों के लिए मल्टी-डिसीप्लीनरी कोर्स होंगे। यदि बच्चे की रुचि संगीत में है, तो वह साइंस के साथ म्यूजिक ले सकेगा। केमेस्ट्री के साथ बेकरी, कुकिंग भी कर सकेगा।
  • कक्षा 9-12 में प्रोजेक्‍ट बेस्ड लर्निंग पर जोर होगा। इससे जब बच्‍चा 12वीं पास करके निकलेगा, तो उसके पास एक स्किल ऐसा होगा, जो आगे चलकर आजीविका के रूप में काम आ सकता है।

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अनेक वर्षों तक चर्चा और विचार करने के बाद, भारत की नई शिक्षा नीति, ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ (NEP) को सरकार ने जुलाई 2020 में हरी झंडी दे दी। 1968 और 1986 के बाद, यह फ्री इंडिया की तीसरी एजुकेशन पॉलिसी है।

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