रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड यानी RIL का फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस ‘जियो फाइनेंशियल सर्विसेज’ आज (20 जुलाई) को डीमर्जर हो गया है। डीमर्जर के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज BSE पर सुबह 10 बजे 2580 रुपए प्रति शेयर पर सेटल हुआ, जो कल 2840 प्रति शेयर पर था।
जबकि, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का प्राइस स्पेशल प्री-ओपन सेशन के बाद 261.85 रुपए/शेयर पर सेटल हुआ है। डीमर्जर के बाद 10:45 पर रिलायंस के शेयर में 1.34% के साथ 34.60 रुपए की तेजी देखी जा रही है।
अगले 2-3 महीने में लिस्ट हो सकता है शेयर
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड को आज प्रमुख इंडेक्स में शामिल किया गया है, लेकिन लिस्टिंग तक इस शेयर में ट्रेडिंग नहीं होगी। माना जा रहा है कि अगले दो से तीन महीने में इस शेयर की लिस्टिंग हो सकती है।
डीमर्जर के बाद यह रिलायंस की नई इंडिविजुअल कंपनी बन गई है, जिसके मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO हितेश कुमार सेठी होंगे। इससे पहले इस कंपनी का नाम ‘स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड’ था।
कल Q1FY24 के नतीजे जारी करेगी कंपनी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड शुक्रवार को फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही (Q1FY24) के नतीजे जारी करेगी। डीमर्जर के लिए कंपनी ने नतीजे जारी करने से एक दिन पहले की रिकॉर्ड डेट तय की है।
भारत की पांचवीं बड़ी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी बनेगी जियो
ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी के अनुसार, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की वैल्यू 1.52 लाख करोड़ रुपए से अधिक होगी। यह भारत की पांचवीं सबसे बड़ी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी बन जाएगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास पहले से ही एक NBFC लाइसेंस है, जिसका फायदा उसे कंज्यूमर या मर्चेंट लैंडिंग में मिल सकता है।
कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का प्लान
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का प्लान कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का है। ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की दिग्गज कंपनी मैक्वेरी ने पिछले साल अपनी रिपोर्ट में रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस को मार्केट ग्रोथ के मामले में पेटीएम और अन्य फिनटेक कंपनियों के लिए एक बड़ा खतरा बताया था।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ज्यादातर फिनटेक से अलग होगी, क्योंकि इसके पास बड़ी मात्रा में डेटा तक पहुंच है। जियो, अलीबाबा, अमेजन, एपल जैसी फाइनेंशियल सर्विसेज ऑफर करने के लिए रियल टाइम में इस डेटा को प्रोसेस और एनालाइज कर सकती है।
पिछले साल मुकेश अंबानी ने किया था ऐलान
पिछले साल मुकेश अंबानी ने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को एक अलग यूनिट बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने इस बात की घोषणा करते हुए कहा था कि जियो फाइनेंशियल लिमिटेड टेक्नोलॉजी बेस्ड बिजनेस होगा, जो देशभर में रिलायंस इंडस्ट्रीज की अवेलेबिलिटी का फायदा उठाकर फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की डिजिटल तरीके से पेशकश करेगा।
फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में ये कंपनियां शामिल
रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड, रिलायंस पेमेंट सॉल्यूशंस लिमिटेड; जियो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड; रिलांयस रिटेल फाइनेंस लिमिटेट; जियो इंफॉर्मेशन एग्रीगेटर सर्विसेज लिमिटेड; और रिलायंस रिटेल इंश्योरेंस ब्रोकिंग लिमिटेड का इन्वेस्टमेंट है।
RIL का चौथी तिमाही में 19% बढ़ा नेट प्रॉफिट
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 21 अप्रैल को Q4FY23 यानी चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के रिजल्ट्स अनाउंस किए थे। Q4 में कंपनी का साल-दर-साल (YoY) नेट प्रॉफिट 19.10% बढ़कर 19,299 करोड़ रुपए रहा। यह कंपनी का अब तक का सबसे हाईएस्ट क्वार्टरली नेट प्रॉफिट है।
वहीं, रिलायंस ग्रुप की टेलिकॉम कंपनी जियो (JIO) का नेट प्रॉफिट सालाना (YoY) आधार पर 13% बढ़कर 4,716 करोड़ रुपए रहा।