जम्मू-कश्मीर के पुंछ के सिंधरा इलाके में सुरक्षा बलों ने संयुक्त ऑपरेशन में चार आतंकियों को मार गिराया है। ऑपरेशन में मारे गए सभी आतंकवादी विदेशी हैं।
सोमवार रात करीब 11:30 बजे शुरू हुई मुठभेड़ मंगलवार सुबह तक चली। 9 घंटे के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भारी गोलीबारी हुई।
भारतीय सेना के विशेष बल, राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान इस ऑपरेशन का हिस्सा थे।
इंडियन आर्मी ने बताया, ऑपरेशन त्रिनेत्र II के तहत पुंछ इलाके में घेराबंदी के बाद तलाशी अभियान चलाया गया था।
ऑपरेशन के बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 16-17 जुलाई की रात पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश नाकाम की। कर दिया। एके-74 राइफल, 11 राउंड गोलियां बरामद की।
कल LOC के पास दो घुसपैठिए मारे गए थे
भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस पिछले दो दिनों से सर्च ऑपरेशन चला रही है। सोमवार को जाइंट ऑपरेशन में दो घुसपैठियों को मार गिराया गया था। सेना के मुताबिक, बॉर्डर के करीब संदिग्ध गतिविधि नोटिस की गई थी। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
आतंकियों से मिले होने के शक में 3 सरकारी कर्मचारी सस्पेंड
वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 17 जुलाई को तीन सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। तीनों पर आरोप है कि वे पाकिस्तान के आंतकी संगठनों के लिए काम करते थे और आतंकियों को लॉजिस्टिक्स सप्लाई करते थे। वे आतंकी सोच को बढ़ावा देने, टेरर फंडिंग जुटाने का भी काम करते थे।
3 जासूसों को उम्रकैद, इंडियन आर्मी कैंपों की रेकी करते थे
सोमवार को अहमदाबाद की सेशन कोर्ट ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले तीन दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सिराजुद्दीन अली फकीर, मोहम्मद अयूब और नौशाद अली को 2012 में अरेस्ट किया था। तब सिराजुद्दीन की उम्र 24, जबकि अयूब और नौशाद की 23-23 साल की थी।
तीनों पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (ISI) तक इंडियन आर्मी की सीक्रेट इन्फॉर्मेशन पहुंचाते थे। तीनों आरोपियों में से दो आरोपी अहमदाबाद के जमालपुर और नौशाद अली राजस्थान के जोधपुर का रहने वाला है।