1 जुलाई को मंगल कर्क राशि से निकलकर सिंह में आ गया है। अब 18 अगस्त तक ये सिंह राशि में रहेगा। वहीं, इसके सामने वाली राशि कुंभ में शनि पहले से मौजूद है। अब ये दोनों शत्रु ग्रह आमने-सामने आ गए हैं। जिससे दोनों में अशुभ समसप्तक योग बन रहा है।
ज्योतिष में इसे विस्फोटक योग भी कहा जाता है। जो कि लगभग 48 दिनों तक रहेगा। इस अशुभ योग के कारण विवाद, तनाव और खर्चा बढ़ेगा। कुछ लोगों की नौकरी और बिजनेस में अनचाहे बदलाव भी होने की आशंका है।
अशुभ योग से बढ़ेंगी परेशानियां
शनि-मंगल के समसप्तक योग से कई लोगों की परेशानियां बढ़ सकती हैं। प्रॉपर्टी संबंधी नुकसान हो सकता है। लेन-देन और निवेश को लेकर विवाद होने के योग बनेंगे। कई लोगों के लिए तनाव वाला समय रहेगा।
धन हानि और कर्जा बढ़ सकता है। बीमारियां बढ़ेंगी। हालांकि इन ग्रहों की वजह से नए षडयंत्र और योजनाएं भी बनेंगी। राजनीति से जुड़े बदलाव होंगे। शनि-मंगल के योग में नई शुरुआत करने से बचना चाहिए। वरना उलझनें बढ़ सकती हैं।
सेना और सुरक्षा बलों से जुड़े अहम फैसले हो सकते हैं। लोगों के मन में असंतोष रहेगा। जिससे अराजकता फैल सकती है। सरकार के खिलाफ आंदोलन और विरोध बढ़ने की आशंका है। देश की सुरक्षा पर पैसा खर्च होगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर भी पर तनाव की स्थिति रहेगी। सोना-चांदी की कीमतें बढ़ सकती हैं।
पेट्रोल, डीजल की कीमतों को लेकर बड़े फैसले हो सकते हैं। प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री बढ़ेगी। रियल एस्टेट और उद्योग जगत में तेजी आ सकती है। हालांकि, जमीनों के दामों में अचानक उतार-चढ़ाव भी होंगे। कपास, कपड़ों के भी दाम बढ़ने के योग हैं।
हनुमान जी की पूजा से कम होगा अशुभ असर
मंगल के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शहद खाकर घर से निकलना चाहिए। लाल चंदन का तिलक लगाएं। लाल फूलों से हनुमान जी की पूजा करें। सिंदूर लगाएं। मंगलवार के दिन तांबे के बर्तन में अनाज भरकर हनुमान मंदिर में दान करना चाहिए।
मिट्टी के बर्तन में खाना खाएं। मसूर की दाल का दान करें। पानी में थोड़ा सा लाल चंदन मिलाकर नहाएं। इन उपायों की मदद से मंगल का अशुभ असर कम किया जा सकता है।