नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mountain Driving Tips: पहाड़ों पर घूमना जितना मजेदार होता है उतना ही रिस्की भी, खासतौर से अगर आप रोड ट्रिप का प्लान कर रहे हैं। कच्चे रास्ते, अंधे मोड़ और लैंड स्लाइड जैसी मुसीबतों का सामना आपको हिल स्टेशन्स की सैर में करना पड़ सकता है। जैसा कि मानसून सीज़न की भी शुरुआत हो चुकी है, तो ऐसे में तो दुर्घटनाओं की और ज्यादा संभावना बढ़ जाती है, लेकिन दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और चंडीगढ़ रहने वाले ज्यादातर लोग वीकेंड में उत्तराखंड और हिमाचल की सैर पर निकल जाते हैं क्योंकि ये अन्य जगहों की तुलना में नजदीक हैं और यहां घूमनेे के कई सारे ऑप्शन्स भी मौजूद हैं। अगर आप भी यहां रोड ट्रिप का प्लान कर रहे हैं, तो बहुत जरूरी है कुछ नियमों के बारे में जान लेना, जो आपको रखेंगे सुरक्षित।
जल्दी पहुंचने के चक्कर में स्पीड में गाड़ी चलाने की गलती कभी न करें भले ही आप ड्राइविंग में कितने भी एक्सपर्ट क्यों न हो। पहाड़ी एरिया में रास्ते बहुत चौड़े नहीं होते, ऐसे में तेज गाड़ी चलाते वक्त बैलेंस बिगड़ने पर किसी बड़ी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।
पहाड़ों पर हमेशा दूसरे या तीसरे गियर में गाड़ी चलाएं। बेशक इससे आपको अपने डेस्टिनेशन पर पहुंचने में टाइम लगेगा, लेकिन कम से कम आप सुरक्षित रहेंगे।
पहाड़ों पर हमेशा लो बीम पर गाड़ी चलाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इससे सामने से आती हुई गाड़ी को आप साफ-साफ देख सकते हैं।
पहाड़ों पर गाड़ी के हॉर्न बजाने के भी कुछ नियम होते हैं। मोड़ पर हमेशा हॉर्न बजाना है वरना हल्की सी भी चूक आपको खतरे में डाल सकती है।
पहाड़ पर खतरनाक मोड़ हैं, तो वहां ब्रेक का इस्तेमाल ना करें बल्कि स्पीड कम रखें। ढलान पर चढ़ते या नीचे उतरते समय हमेशा ब्रेक का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आप दुर्घटना से बचे रहेंगे।
क्या होगा ज्यादा से ज्यादा अपने डेस्टिनेशन पर लेट पहुंचेंगे और मौज-मस्ती के लिए कम टाइम मिलेगा, लेकिन कम से कम आप सेफ तो रहेंगे। जब तक आपको सामने का रास्ता क्लियर न दिख रहा है, तब तक पहाड़ों पर ओवरटेक करने की कोशिशन न करें। अपनी लेन में ही गाड़ी चलाएं।