देश में 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा और अगले साल लोकसभा चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार संगठन में बड़े बदलाव करने जा रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रगति मैदान के कन्वेंशन सेंटर में मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ पांच घंटे लंबी बैठक की।
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक जैसे राज्यों में कुछ केंद्रीय मंत्रियों को संगठन के काम में लगाने का फैसला पार्टी ने लिया है।
वहीं धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल और भूपेंद्र यादव को लोकसभा चुनाव के लिहाज से राज्यों में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी है।
बैठक के बाद पीएम ने सोशल मीडिया पर बताया कि बैठक में कई सार्थक मुद्दों पर चर्चा हुई।
पीएम ने मजाकिया अंदाज में कहा- काम करने के लिए पद जरूरी नहीं
पीएम ने मजाकिया अंदाज में यह भी कहा कि जनता की सेवा का संकल्प हो तो उसे पूरा करने के लिए किसी पद की जरूरत नहीं है। माना जा रहा है कि यह संगठन और सरकार में शामिल कुछ लोगों के लिए संकेत है कि उन्होंने पद पर रहते हुए जनहित के क्या-क्या काम किए हैं। बैठक के बाद पीएम ने सोशल मीडिया पर बताया कि बैठक में कई सार्थक मुद्दों पर चर्चा हुई।
मप्र, झारखंड समेत छह राज्यों में नए अध्यक्ष का ऐलान जल्द
भाजपा छह राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदलने जा रही है। मप्र, झारखंड, पंजाब, तेलंगाना, कर्नाटक और गुजरात के नए भाजपा अध्यक्ष के नामों का ऐलान पार्टी कभी भी कर सकती है।
मध्य प्रदेश में वीडी शर्मा को बदलने की तैयारी है। कर्नाटक में केंद्रीय राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे को जिम्मेदारी मिल सकती है। तेलंगाना में केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी भाजपा अध्यक्ष बन सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रियों से बचे हुए कामों को युद्ध स्तर पर पूरा करने के लिए कहा है।
कुछ केंद्रीय मंत्रियों को संगठन के काम में लगाने का फैसला
पंजाब, झारखंड, गुजरात में भी नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाएंगे। गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को केंद्रीय भाजपा में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ लाने पर बात हुई है। प्रदेश अध्यक्षों के अलावा उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक जैसे राज्यों में कुछ केंद्रीय मंत्रियों को संगठन के काम में लगाने का फैसला पार्टी ने लिया है।
सूत्रों का कहना है कि छह राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फैसला पार्टी कर चुकी है। पुराने अध्यक्षों के लिए नई जिम्मेदारी तय की जा रही है। उन्हें संगठन दूसरी क्या जिम्मेदारी दी जाए, इसे कमोबेश रूप से अंतिम रूप दे दिया गया है।
माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद की सोमवार को हुई बैठक में यह तय किया गया है कि नए प्रदेश अध्यक्ष के नामों की घोषणा कब की जाएगी।
पीएम ने मंत्रियों से कहा- बचे हुए काम जल्द पूरा करें
मीटिंग में पिछले चार साल के दौरान विभिन्न मंत्रालयों के कामकाज को लेकर भी चर्चा हुई। आम चुनाव में एक साल से भी कम समय बचा है। इसलिए प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रियों से बचे हुए कामों को युद्ध स्तर पर पूरा करने के लिए कहा है।
सूत्रों का कहना है कि विभिन्न मंत्रालयों के कामकाज को लेकर पीएम ने खुशी जाहिर की। सूत्रों के अनुसार भाजपा को मिलने वाली सफलता पर पीएम ने कहा कि इसके पीछे असली वजह यह है कि लोग दशकों से जिस उपेक्षा के शिकार थे और होते आए थे, उसे भाजपा ने दूर किया। आगे भी यही करना है।