अमेरिका के टेक्सास में सोमवार 10 हजार लोगों ने एक साथ गीता का पाठ किया। गुरु पूर्णिमा के मौके पर एलन ईस्ट सेंटर में 4 साल से लेकर 84 साल तक के लोगों ने पाठ किया। ये कार्यक्रम योग संगीता और एसजीएस गीता फाउंडेशन ने किया था।
मैसूर के अवधूत दत्त पीठम आश्रम ने बताया कि आध्यात्मिक संत गणपति सच्चिदानंद जी की मौजूदगी लोगों ने पाठ किया। ये सभी 10 हजार लोग सच्चिदानंद स्वामी से पिछले 8 सालों से जुड़े हुए हैं। स्वामी पिछले कई सालों से अमेरिका में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं।
तस्वीर टेक्सास के एलन ईस्ट सेंटर की है। यहां आध्यात्मिक संत गणपति सचिदानंद जी की मौजूदगी में गीता का पाठ हुआ।
टेक्सास में गीता पाठ के दौरान 4 साल से 84 साल तक के 10 हजार लोग शामिल हुए।
1966 में अवधूत दत्त पीठम बना, गीता का प्रचार करता है
अवधूत दत्त पीठम को 1966 में गणपति सच्चिदानंद जी स्वामी ने स्थापित किया था। ये एक इंटरनेशनल स्पिरिचुअल, कल्चरल और सोशल वेलफेयर संगठन है। सच्चिदानंद जी स्वामी भगवद गीता का प्रचार करने और सनातन हिंदू धर्म के मूल्यों को फैलाने के लिए जाने जाते हैं।
14 जून को हुआ था हिन्दू-अमेरिकन सम्मेलन
तस्वीर अमेरिकन्स फॉर हिंदू सम्मेलन में बोलते हुए अमेरिकी सांसद रिचर्ड मैकोर्मिक की है।
14 जून को अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में पहला हिंदू-अमेरिकन सम्मेलन हुआ था। इस सम्मेलन को अमेरिकन्स फॉर हिंदूज का नाम दिया गया था। सम्मेलन की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और प्रार्थना के साथ हुई थी। इस सम्मेलन को 20 हिंदू संस्थाओं के समर्थन से कराया गया था। अमेरिका के कैपिटल हिल में हुए अमेरिकन-हिंदू सम्मेलन में फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क, बोस्टन, टेक्सास, शिकागो, कैलिफोर्निया जैसे शहरों से करीब 130 भारतीय अमेरिकी नेता शामिल हुए थे।
US सांसद ने कहा था- भारतीयों के पास देश का अगला राष्ट्रपति चुनने की ताकत
इस सम्मेलन के आयोजक रोमेश जापरा ने कहा था- हमारे समुदाय ने हर एक क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है। इस सम्मेलन के जरिए हम सभी संस्थाओं को एक साथ लाना चाहते हैं। इस दौरान एक अमेरिकी सांसद रिचर्ड मैकोर्मिक ने कहा था कि अमेरिकी हिंदुओं के पास अगला राष्ट्रपति चुनने की ताकत है। एक बार आप सही नेताओं से तालमेल करेंगे तो आपको अपनी ताकत का अंदाजा होगा। आप अमेरिका के लिए कानून लिखेंगे। जो हमारे देश को कई दशकों तक तरक्की के रास्ते पर ले जाएंगे।