द ऐशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट लॉर्ड्स में खेला गया। बेन स्टोक्स की 155 रनों की पारी के बावजूद इंग्लैंड हार गई। 5 टेस्ट मैचों की ऐशेज सीरीज में अब इंग्लैंड की टीम 2-0 से पीछे हो गई है।
यह टेस्ट मैच स्टोक्स की पारी के साथ 4 विवादों के लिए भी जाना जाएगा। मिशेल स्टार्क का विवादित कैच और जॉनी बेयरस्टो का रनआउट सबसे ज्यादा चर्चा में रहे।
इसके अलावा क्रिकेट के नियम-कानून बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के मेंबर की उस्मान ख्वाजा पर टिप्पणी विवादों में रही। टेस्ट के दौरान प्रदर्शनकारी भी मैदान में घुसे, जिन्हें इंग्लिश खिलाड़ियों ने कंधे पर टांगकर बाहर निकाला।
विवादों को विस्तार से जानेंगे। शुरुआत ख्वाजा की बहस से…
पहला विवाद: MCC मेंबर्स से भिड़े ख्वाजा, MCC ने माफी मांगी
पहले सेशन के बाद जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ड्रेसिंग रूम की तरफ जा रही थी, तभी एक MCC मेंबर ने कमेंट किया। जवाब में ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा ने पलटवार किया। इसके बाद बहस शुरू हो गई। बहस के बाद सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव किया।
5वें दिन पहले सत्र के बाद सभी खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम की ओर लौट रहे थे। तभी ख्वाजा लॉर्ड्स स्टेडियम में बने लॉन्ग रूम में MCC के सदस्यों से भिड़ गए। बहस बढ़ने पर सुरक्षाकर्मी ने ख्वाजा और मेंबर्स को अलग किया।
MCC ने एक सोशल पोस्ट के जरिए ऑस्ट्रेलियाई टीम से माफी मांगी। MCC ने पोस्ट में लिखा, ‘वर्ल्ड क्रिकेट में लॉन्ग रूम यूनीक है और वहां से पवेलियन तक जाना खिलाड़ियों का अधिकार है। सुबह के खेल के बाद सभी के इमोशंस हाई थे, आवेश में आकर हमारे कुछ सदस्यों ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से बहस की। हम ऑस्ट्रेलियाई टीम से इस व्यवहार के लिए माफी मांगते हैं। जिन सदस्यों ने अनुशासनहीनता की, उन पर एक्शन लिया जाएगा।’
दूसरा विवाद: बेयरस्टो के रन आउट पर बवाल
बेयरस्टो अपने कप्तान बेन स्टोक्स से बात करने के लिए क्रीज से निकले, तभी एलेक्स कैरी ने उन्हें रनआउट कर दिया।
रनआउट होने के बाद बेयरस्टो फील्ड अंपायर से बात करते नजर आए।
5वें दिन इंग्लिश टीम 371 रन का टारगेट चेज कर रही थी। कप्तान बेन स्टोक्स ने बेन डकेट के साथ 132 रन की साझेदारी की। डकेट के आउट होने के बाद विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो और स्टोक्स ने साझेदारी शुरू की, लेकिन 52वें ओवर की आखिरी गेंद पर बेयरस्टो रनआउट हो गए। उनके रनआउट पर विवाद खड़ा हो गया। बेयरस्टो ओवर की आखिरी गेंद को छोड़ने के बाद स्टोक्स से बात करने के लिए क्रीज से बाहर निकल गए। उन्हें क्रीज से बाहर देख ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने बॉल को थ्रो किया और गिल्लियां बिखेर दीं।
बेयरस्टो विकेटकीपर, फील्डर या अंपायर को बता कर क्रीज से बाहर नहीं निकले थे। इसीलिए गेंद डेड नहीं हुई और ऑस्ट्रेलिया की अपील के बाद थर्ड अंपायर ने भी बेयरस्टो को आउट करार दे दिया। नियम के अनुसार, बेयरस्टो आउट थे, लेकिन यहां ‘खेल भावना’ का मुद्दा खड़ा हो गया। दरअसल, बेयरस्टो रन लेने के लिए क्रीज से बाहर नहीं निकले थे, वह तो ओवर खत्म होने के बाद अपने साथी से चर्चा करने के लिए जा रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर ने इसी बात का फायदा उठाया और डायरेक्ट थ्रो मार दिया। बेयरस्टो 10 रन बनाकर आउट हो गए।
नियमों के अनुसार, बेयरस्टो आउट थे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर के थ्रो को स्टेडियम में बैठे इंग्लिश फैंस ने पंसद नहीं किया। फैंस ने फिर पूरे मैच के दौरान ‘चीटर्स..चीटर्स…’ कहकर ऑस्ट्रेलिया टीम की हूटिंग की।
बेयरस्टो के विकेट के बाद उनके साथ रहे बेन स्टोक्स ने अपना रुख बदला और खुलकर शॉट्स लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने कैमरन ग्रीन के एक ओवर में 3 लगातार छक्के लगाए और अपना शतक पूरा किया। उन्होंने गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ सेंचुरी पार्टनरशिप भी की, लेकिन अपनी टीम को जीत दिलाने से पहले विकेट गंवा बैठे। उन्होंने 155 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया 43 रन से मुकाबला हार गई।
तीसरा विवाद: स्टार्क ने डकेट का कैच पकड़ा, बॉल जमीन से टकराई…फैसला नॉटआउट
बेन डकेट के शॉट पर मिचेल स्टार्क ने फाइन लगे की दिशा में बॉल पकड़ी। उनका हाथ जमीन से टकराया, उसी वक्त गेंद भी जमीन को छू रही थी। बैटर बाहर भी जाने लगे, लेकिन थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया।
चौथ दिन का खेल खत्म होने में 2 ओवर बचे थे। इंग्लिश ओपनर बेन डकेट (50 रन) को कैमरन ग्रीन ने 29वें ओवर की 5वीं गेंद बाउंसर फेंकी। डकेट ने अपर कट खेला, लेकिन बॉल बैट के बॉटम हिस्से पर लगकर फाइन लेग की ओर चली गई। जहां स्टार्क ने कैच पकड़ लिया। थर्ड अंपायर ने नो-बॉल चेक की और डकेट पवेलियन लौटने लगे। तभी फील्ड अंपायर ने बैटर को रोक लिया और थर्ड अंपायर के फैसले का इंतजार करने को कहा।
थर्ड अंपायर ने रिप्ले में देखा कि कैच पकड़ने के बाद स्टार्क का हाथ जमीन से टकराया। गेंद का एक हिस्सा पूरी तरह जमीन पर और दूसरा हिस्सा फील्डर के हाथ में था। थर्ड अंपायर ने अपने फैसला दिया और बैटर नॉटआउट रहे।
अब 3 पॉइंट्स में समझिए विवाद…
चौथा विवाद: मैदान में घुसे प्रदर्शनकारी, बेयरस्टो ने उठाकर बाहर किया
इंग्लैंड के विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो ने एक प्रोटेस्टर को उठाकर मैदान से बाहर किया।
प्रोटेस्टर ओरेंज पाउडर लेकर पिच की ओर दौड़ते नजर आए। उन्हें इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर ने रोकने की कोशिश की।
पहले दिन के एक ओवर बाद ही 2 प्रदर्शनकारी मैदान में घुस गए। इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने उन्हें रोकना चाहा, लेकिन प्रोटेस्टर नहीं रुके। उनके बाद विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो ने एक प्रदर्शनकारी को कंधे पर उठाकर बाहर कर दिया, जबकि दूसरे को सिक्योरिटी ने बाहर पहुंचाया।
दोनों प्रदर्शनकारियों ने ‘जस्ट स्टॉप ऑयल’ लिखी टी-शर्ट पहन रखी थी। प्रदर्शनकारियों के हाथ में ऑरेंज कलर का पाउडर भी था। इसे उन्होंने बेयरस्टो पर फेंका, जिस कारण उनकी टीशर्ट भी खराब हो गई। घटना के बाद मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि तीन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस पूरे वाकये के दौरान बेयरस्टो के कपड़े खराब हो गए। बेयरस्टो तुरंत मैदान से बाहर गए और ड्रेसिंग रूम से टी-शर्ट चेंज कर ने के बाद फील्डिंग करने लौटे।
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स्टोक्स के शतक के बावजूद दूसरा ऐशेज टेस्ट हारा इंग्लैंड
ऑस्ट्रेलिया ने द ऐशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट 43 रन से जीत लिया है। इस जीत से कंगारुओं ने 5 मुकाबलों की सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है। तीसरा मुकाबला 6 जुलाई से हेडिंग्ले (लीड्स) में खेला जाएगा। मेजबान टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने 155 रन की संघर्षपूर्ण शतकीय पारी खेली, लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। स्टोक्स के आउट होते ही टीम के शेष बल्लेबाज पवेलियन लौट गए।
भारत के द्विपक्षीय मैच मोहाली-नागपुर में होंगे
वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाले मैदानों पर इस सीजन टीम इंडिया के द्विपक्षीय मैच नहीं होंगे। BCCI सेक्रेटरी जय शाह ने वर्ल्ड कप शेड्यूल अनाउंस होने से पहले स्टेट बोर्ड से मीटिंग की। जिन शहरों को वर्ल्ड कप मैच नहीं मिले, उन्हें आश्वासन दिया गया कि इस सीजन द्विपक्षीय सीरीज के मैच उन्हें ही मिलेंगे।