दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण पर आरोप लगाने वाली 2 महिला पहलवानों से यौन शोषण के फोटो और ऑडियो-वीडियो सबूत मांगे हैं। दिल्ली पुलिस को इस केस में 15 जून तक कोर्ट में चार्जशीट पेश करनी है।
बृजभूषण पर 2 FIR दर्ज हैं। एक केस बालिग महिला पहलवानों की शिकायत पर है। जिसमें बृजभूषण पर छेड़छाड़ से लेकर जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश के आरोप हैं। दूसरा केस नाबालिग पहलवान की शिकायत पर है। जो पहले POCSO एक्ट के तहत दर्ज हुआ था। अब नाबालिग पहलवान व उसके पिता ने यौन शोषण के बयान वापस लेकर सिर्फ भेदभाव की बात कही है।
बृजभूषण आज उत्तर प्रदेश में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। बृजभूषण गोंडा के बलपुर इलाके में स्थित रघुराज शरण सिंह डिग्री कॉलेज में रैली कर रहे हैं। यह डिग्री कॉलेज बृजभूषण ही चलाते हैं।
पहलवान बोले- 16 या 17 जून को बड़ा फैसला
पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने शनिवार को सोनीपत खाप पंचायत में क्लियर कर दिया है कि अगर 15 जून तक बृजभूषण गिरफ्तार नहीं हुए तो 16 या 17 जून को बड़ा फैसला लेकर तमाम संगठनों के साथ फिर से आंदोलन करेंगे। इसके बाद प्रदर्शन भी दोबारा शुरू किया जाएगा।
साक्षी ने कहा- समझौता करने के लिए धमकी मिल रही
साक्षी मलिक ने भी बताया कि पहलवानों के पास धमकी भरी कॉल्स आ रही है। बजरंग को कॉल कर कहा गया है कि वह बिक जाए, टूट जाए। कहा जा रहा है कि समझौता कर लो। नहीं तो पूरा करियर खत्म हो जाएगा। अब हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे, जब ये सारा मुद्दा सुलझेगा।
बीते कल सोनीपत में आयोजित पंचायत में बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक पहुंचे थे।
बृजभूषण ने मोदी सरकार के 9 साल होने पर कार्यक्रम रखा, नेताओं को बुलाया
बृजभूषण ने मोदी सरकार के 9 साल के मौके पर कार्यक्रम के आयोजन की बात कर पार्टी को इसमें शामिल होने का न्योता दे दिया है। कैसरगंज लोकसभा सीट के दायरे में आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा विधायकों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।
इसके अलावा समर्थकों, पार्टी कार्यकर्ताओं, भाजपा पदाधिकारियों, ग्राम प्रधान, ब्लॉक प्रमुख से लेकर आम लोगों को इस रैली में बुलाया गया है। रैली में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव को आमंत्रित किया गया है।
भाजपा हाईकमान के कहने पर नहीं की थी अयोध्या में महारैली
बृजभूषण शरण सिंह की ओर से इससे पहले अयोध्या में 5 जून को रैली बुलाई गई थी। इस रैली में अयोध्या के संतों को आमंत्रित किया गया था। बृजभूषण अपने आक्रामक अंदाज और हिंदुत्ववादी छवि के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, अयोध्या में उन्हें रैली की इजाजत नहीं मिली। उस समय पहलवानों का प्रदर्शन उफान पर था। सूत्रों के मुताबिक भाजपा हाईकमान के कहने पर ये रैली रद्द कर दी गई थी।
अब गोंडा में रैली कर बृजभूषण अपना शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में भाजपा के गोंडा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का कहना है कि पार्टी की ओर से गोंडा में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बृजभूषण शरण सिंह को भी बतौर सांसद आमंत्रित किया गया। उन्होंने कहा कि बृजभूषण के खिलाफ कोर्ट में मामला चल रहा है। जांच जारी है। उस विषय में हमें कुछ नहीं कहना है।
बृजभूषण का प्रभाव यूपी की कई सीटों पर
भारतीय जनता पार्टी बृजभूषण के मामले में काफी सावधानी बरत रही है। दरअसल, बृजभूषण का प्रभाव न केवल गोंडा बल्कि बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती सहित पड़ोसी जिलों में भी काफी ज्यादा है। ऐसे में पार्टी उन्हें दरकिनार नहीं करने का जोखिम उठा रही है।
चर्चा है कि कि जब तक सांसद के खिलाफ जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक पार्टी उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं कर सकती है। गोंडा और आसपास के जिलों के स्थानीय विधायक भी छह बार लोकसभा सांसद रह चुके बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में हैं।