भारत के स्वदेशी पेमेंट सिस्टम यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने मई महीने में 900 करोड़ (9 बिलियन) के आंकड़े को पार कर लिया है। UPI पर मई महीने के दौरान टोटल 941 करोड़ (9.41 बिलियन) ट्रांजैक्शन हुए हैं। नेशनल पेमेंट्स कोरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डेटा जारी कर इस बात की जानकारी दी है।
ट्रांजैक्शन की टोटल वैल्यू 14.3 लाख करोड़ रही
इन डिजिटल ट्रांजैक्शन की टोटल वैल्यू 14.3 लाख करोड़ रही है, जो एक साल पहले के मुकाबले 37% ज्यादा है। वहीं, ट्रांजैक्शंस के टोटल वॉल्यूम में भी सालाना आधार पर 58% की ग्रोथ देखने को मिली है। ये संख्या मई 2022 में 595 करोड़ (5.95 बिलियन) रही थी।
अप्रैल में UPI पर टोटल 386 करोड़ (3.86 बिलियन) पर्सन टू पर्सन या P2P पेमेंट्स हुईं थीं। इसकी तुलना में पर्सन टू मर्चेंट ट्रांजैक्शन्स की संख्या 503 करोड़ (5.02 बिलियन) रही थी। जहां विक्रेताओं को किए गए ट्रांजैक्शन्स का अप्रैल में ज्यादा वॉल्यूम था।
वहीं, मई महीने के दौरान विक्रेताओं को दिए गए ट्रांजैक्शन्स की वैल्यू 10.85 लाख करोड़ रुपए रही। पेमेंट सिस्टम पर FY23 में टोटल 8,300 करोड़ (83 बिलियन) ट्रांजैक्शन हुए हैं, जिसकी टोटल वैल्यू 139 लाख करोड़ रुपए है।
क्या है UPI सेवा?
वॉलेट सर्विस देने वाला हर ऐप UPI के जरिए लेनदेन की डायरेक्ट सुविधा देता है। यानी अगर आप चाहें तो वॉलेट से भी लेनदेन कर सकते हैं और UPI से भी। भारत में ई-पेमेंट के लिए वॉलेट सेवाएं भी उपलब्ध हैं। पूरे देश में जितना ऑनलाइन ट्रांजैक्शन हो रहा है, उसका 50% से भी बड़ा हिस्सा वॉलेट ऐप का है। रिटेल पेमेंट में यह आंकड़ा 85% से भी ऊपर का है।
UPI कैसे काम करता है?
UPI की सेवा लेने के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे आपको अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होता है। वर्चुअल पेमेंट एड्रेस आपका वित्तीय पता बन जाता है। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है और वह पेमेंट आपके बैंक अकाउंट में आ जाता है।
अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।
UPI से जुड़ी खास बातें