हरियाणा के रोहतक में देर रात एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने नगर निगम के सहायक शहरी योजनाकार (ATP) अधिकारी को 10 लाख की रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। इसके साथ उसके एंजेट को पकड़ा है। प्रॉपर्टी डीलर की शिकायत के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
शिकायतकर्ता कॉलोनाइजर (प्रॉपर्टी डीलर) राजेश पूनिया ने शिकायत दी थी कि नौ एकड़ में कृषि योग्य जमीन पर अवैध कॉलोनी काटने के बाद ATP बुलडोजर चलाने का दबाव बना रहा था। ATP ने उससे पहले 42 लाख की डिमांड की, लेकिन उसने ने 42 लाख न देने में असमर्थता जताई। लेकिन बाद में दोनों में 22 लाख में सौदा तय हुआ।
शिकायत के बाद बनाई टीम
इसकी शिकायत कॉलोनाइजर ने एंटी करप्शन ब्यूरो रोहतक में दी। जिसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर डीएसपी सुमित कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। ACB की टीम ने फोन पर शिकायतकर्ता से पैसे कहां देने को लेकर आरोपी ATP से बात करवाई। आरोपी एटीपी ने पैसे रोहतक शहर के छोटूराम चौक पर एक आर्किटेक्ट त्रिलोक शर्मा को उसके ऑफिस में देने की बात कही।
एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया एटीपी जितेंद्र नेहरा
एजेंट को 10 लाख देने के बाद करवाई बात
शिकायतकर्ता को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम शहर के छोटूराम चौक के पास पहुंची। यहां शिकायतकर्ता को 10 लाख रुपए आर्किटेक्ट त्रिलोक शर्मा को देने को कहा। शिकायतकर्ता 10 लाख रुपए लेकर एजेंट आर्किटेक्ट के पास पहुंचा और उसे रुपए दे दिए। इसके बाद उसकी बात एटीपी से करवाई की आधे पैसे 10 लाख रुपए आ गए हैं।
ATP को घर से किया गिरफ्तार
जैसे ही एजेंट पैसे गिनने लगा तो एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद ATP को उसके घर शहर की इंद्र प्रस्थ कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला दर्ज कर लिया है। DSP सुमित कुमार ने कहा कि इस तरह की शिकायत मिलते ही टीम द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाती है।