90 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी ने हाल ही में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। हालांकि, राशा के जन्म से पहले रवीना ने 1995 में 2 बेटियों को गोद लिया था, जिनकी अब शादी हो चुकी है। हाल ही में रवीना ने उस दौरान की मुश्किलों के बारे में बात की, जिनका सामना उन्हें तब करना पड़ा, जब उन्होंने महज 21 की उम्र में सिंगल मदर बनने का फैसला किया। उन्होंने 11 साल की छाया और 8 साल की पूजा को गोद लेने का फैसला किया था।
रविना ने 1995 में छाया और पूजा को अडॉप्ट किया था। वो उनके कजिन की बेटियां थीं।
जब पूजा और छाया को बताया गया था रवीना के छिपे बच्चे
जूम को दिए इंटरव्यू में रवीना ने कहा- ‘जब भी आप कुछ करते हैं, तो हमेशा पता होता है कि ट्रोल होंगे या कोई सेक्सिस्ट कमेंट करेगा। बिना किसी विवाद के विवाद पैदा करने की कोशिश करेगा। मुझे एक आर्टिकल याद है जिसमें का गया था कि ये रवीना के छिपे हुए बच्चे होंगे, जो शादी से पहले पैदा हुए होंगे। जब मैं 21 साल की थी और वो 8 और 11 साल के थे, तो मैंने उन्हें कब जन्म दिया? जब मैं 11 या 12 साल की थी तब? ट्रोलिंग तो आज भी होती है। आप कुछ भी कर लो ट्रोलिंग होगी। मैं कहती हूं कि आपको ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।’
इस शर्त पर रिलेशनशिप में आए थे रवीना-अनिल
रवीना ने आगे कहा- ‘कुछ नेक आंटियों ने पूछा कि अब मुझसे शादी कौन करेगा? मेरे पास पहले से ही बच्चे हैं। मेरा हमेशा से मानना था कि जो कोई भी मुझसे प्यार करता है, वो हर हाल में मुझसे प्यार करेगा। मेरी बेटियों, मेरे कुत्ते-बिल्लियां और हर वो चीजें जो मेरे पास हैं।’रवीना ने बताया कि उन्होंने अनिल थडानी को इस शर्त के साथ ही डेट करना शुरू किया था, कि उनके पास पहले से ही 2 बेटियां हैं। रवीना ने कहा- ‘मैंने उनसे पहले ही बता दिया था कि मेरे पास पूरी गैंग है।’
रवीना ने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि वो काफी समय तक पूजा और छाया को मीडिया से दूर रखती थीं।
रवीना ने बताई पूजा और छाया को अडॉप्ट करने की वजह
पूजा और छाया को गोद लेने के फैसले पर रवीना ने कहा- ‘जब मैं कानूनी उम्र से बाहर आई, तो मैंने देखा कि मेरे चचेरे भाई के बच्चों को उस तरह का जीवन नहीं मिल रहा है, जैसा उन्हें मिलना चाहिए। दुर्भाग्य से उनके माता-पिता नहीं रहे। मैंने सोचा कि किसी एनजीओ के लिए ऐसा कर सकती हूं, लेकिन यहां दो बच्चे हैं, जिन्हें मैंने अपने सामने पैदा होते देखा है। मुझे लगा जैसे अब समय आ गया है उन्हें एक बेहतर जिंदगी मिल जाए। इसलिए जैसे ही मैं 21 साल की हुई, मैंने उन्हें गोद ले लिया और उनकी लीगल गार्जियन बन गई।’
पूजा और छाया रवीना के दोनों बच्चों से बेहद करीब हैं।
मैं हमेशा से एक बच्चे को घर लाना चाहती थी
रवीना ने आगे कहा- कभी-कभी मुझे लगता है कि मेरा जन्म मां बनने के लिए हुआ है। जब मैं एक बच्ची थी, तब से मुझमें हमेशा एक भावुक और दयालू प्रवृत्ति रही है। हर बार जब मैं अपनी मां के साथ अनाथालय जाती थी, तब वो NGO’s की मदद करती थीं। उस वक्त मैं इन छोटे बच्चों को देखती थी और हमेशा से एक बच्चे को घर लाना चाहती थी। इसलिए मुझे लगता है कि मैं हमेशा से ही ऐसा करना चाहती थी।’ बता दें कि राशा, पूजा और छाया के अलावा रवीना टंडन और अनिल थडानी का एक बेटा भी है, जिसका नाम रणवीर वर्धन है।
रवीना बोलीं- उम्र में अंतर कम था इसलिए अच्छे दोस्त बने
बातचीत के दौरान रवीना से सवाल किया गया कि 90 और 2000 के दशक में बतौर मां उनके जीवन में किस तरह के बदलाव आए और उन्होंने इनसे कैसे डील किया?
इसपर उन्होंने कहा- ‘जब मेरी लड़कियां मेरे पास आईं तो वो 8 और 11 साल की थीं। तो मुझको उनके टीनएज और विद्रोही स्वभाव से निपटना पड़ा, जिसमें वो मुझसे बहस करते और लड़ते थे। हालांकि, हमारे बीच उम्र में इतना ज्यादा अंतर नहीं था। इसलिए मुझे लगता है कि हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए।’
रवीना ने पेरेंटिंग पर की बात, बोलीं- सब कुछ बच्चों की परवरिश पर डिपेंड करता है
पेरेंटिंग के बारे में बात करते हुए रवीना ने कहा- ‘मुझे लगता है कि यह सब इस बात पर डिपेंड करता है कि आप अपने बच्चों की परवरिश कैसे करते हैं। अगर आप उनके दिमाग में यह बात डालते रहेंगे कि जेनरेशन गैप है, तो इस तरह की चीजें काम नहीं करेंगी। ऐसी बहुत सी बातें हैं, जो मेरी मां ने मुझे बताई थीं, फिर मैंने वो बाते पूजा और छाया को बताईं। अब उनके पास राशा और रणबीर हैं। पूजा और छाया अब वो बातें उन्हें बताती हैं। यह पीढ़ियों से चलता आ रहा है और मुझे उम्मीद है कि आगे भी परिवार में ऐसा ही रहेगा।