मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑनलाइन होलसेल प्लेटफार्म जियोमार्ट (JioMart) ने 1 हजार से अधिक एम्प्लॉइज को नौकरी से निकाल दिया है। रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने हाल ही में फूड होलसेलर मेट्रो कैश एंड कैरी का अधिग्रहण किया है, जिसके बाद यह छंटनी की गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जियोमार्ट अगले कुछ हफ्तों में 15,000 से अधिक एम्प्लॉइज के वर्कफोर्स में से और कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी। इसके जरिए रिलांयस इंडस्ट्रीज थोक डिवीजन से लगभग दो-तिहाई एम्प्लॉइज को कम करना चाहती है।
छंटनी के साथ PIP प्लान पर काम कर रही रिलायंस
द इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, जियोमार्ट ने अपने कॉर्पोरेट ऑफिस से 500 एग्जीक्यूटिव सहित 1000 से अधिक एम्प्लॉइज को रिजाइन देने के लिए कहा है। इसके साथ ही कंपनी ने 100 से अधिक कर्मचारियों को परफॉर्मेंस इंप्रूवमेंट प्लान (PIP) पर रखा है। इसके अलावा अन्य सेल्स एम्प्लॉइज की फिक्स्ड पे सैलरी कम करने के साथ ही वेरिएबल पे स्ट्रक्चर पर रखा है।
एम्प्लॉइज की क्यों छंटनी कर रही है जियोमार्ट? मीडिया रिपोर्ट की माने तो मेट्रो कैश एंड कैरी के अधिग्रहण के बाद कंपनी ने 3500 एम्प्लॉइज को अपने वर्कप्लेस में एड किया था, जिससे एम्प्लॉइज के रोल्स ओवरलैपिंग हो गए हैं। इसके साथ ग्रॉसरी बी2बी स्पेस में प्राइस वॉर शुरू करने वाली कंपनी जियोमार्ट अब मार्जिन में सुधार और घाटे को कम करना चाहती है।
दो महीने पहले ही कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया यानी CCI ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) को फूड होलसेलर मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के अधिग्रहण की मंजूरी दी है। RRVL और मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया ने दिसंबर 2022 में एग्रीमेंट साइन किया था। ये डील 2,850 करोड़ रुपए में हुई है। मेट्रो जर्मनी की कंपनी है जिसने 2003 में भारत में अपने ऑपरेशन शुरू किए थे और कैश-एंड-कैरी बिजनेस फॉर्मेट पेश किया था।
फुलफिलमेंट सेंटर भी बंद करेगी कंपनी
जियोमार्ट अपने 150 से अधिक फुलफिलमेंट सेंटर्स में से आधे से अधिक को बंद करने की भी योजना बना रही है, जो अपने आस-पास के स्टोर्स को किराने का सामान और जनरल गुड्स सप्लाई करते हैं।