नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Heritage Day 2023: दुनियाभर में कई सारी ऐतिहासिक धरोहर मौजूद हैं, जिन्हें देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। यह धरोहरें न सिर्फ पुरानी संस्कृति का अहसास कराती हैं, बल्कि खुद से जुड़े किस्से और कहानियों को भी बयां करती हैं। पूरे विश्व में मौजूद इन विरासतों को संभालने के मकसद से हर साल 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर आज हम बात करेंगे भारत में मौजूद कुछ ऐसी धरोहरों के बारे में, जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित ताजमहल को प्यार की निशानी कहा जाता है। सफेद संगमरमर बनी यह इमारत देखने बेहद खूबसूरत है। इस मकबरे को सन 1632 में मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज के मौत के बाद उनकी याद में बनवाया है। साल 1983 में यूनेस्को ने ताजमहल को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया था।
भारत का ओडिशा राज्य यूं तो अपने जगन्नाथ मंदिर के लिए जाना जाता था। लेकिन यहां मौजूद कोणार्क सूर्य मंदिर भी अपनी खूबसूरती के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेश में भी काफी मशहूर है। भगवान सूर्य देव को समर्पित यह मंदिर राज्य का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जिसे यूनेस्को ने साल 1984 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित अजंता-एलोरा की गुफाएं भी भारत के मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक हैं। इसे देखने हर साल भारी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं। यह घोड़े के नाल के आकार वाले पहाड़ पर बनी 26 गुफाएं हैं। यूनेस्को द्वारा इन गुफाओं को साल 1983 में विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया था।
तमिलनाडु के शहर महाबलीपुरम में मौजूद महाबलीपुरम मंदिर भी विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है। इस मंदिर में आपको पल्लव काल की कलाकृतियां देखने को मिलेगी। यही वजह है कि यहां दूर-दूर से पर्यटन आते हैं। यूनेस्को ने इस मंदिर को साल 1984 विश्व विरासत में शामिल किया था।
मध्य प्रदेश में मौजूद खजुराहो मंदिर अपनी अनूठी कलाकृतियों के लिए दुनियाभर में काफी प्रसिद्ध है। जैन और हिंदू मंदिरों के संग्रह के साथ ही यहां आपको कामुक मूर्तियां और कलाकृतियां देखने को मिलेंगी। 20 किमी के एरिया में इस मंदिर में कुल 85 मंदिर हैं। इस मंदिर को साल 1986 में विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया था।