सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां शेयरधारकों को लाभांश (डिविडेंड) देने में आगे हैं। मार्च तक 12 महीनों में सबसे ज्यादा लाभांश देने वाली 10 कंपनियों में से 7 सरकारी हैं। इस दौरान सबसे ज्यादा 25.7% लाभांश वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक ने दिया। लेकिन सरकारी कंपनियों का लाभांश भी 7-13% तक रहा। सनोफी इंडिया, आरईसी, कोल इंडिया, हुडको और गेल इनमें शामिल है।
आईडीबीआई कैपिटल के मुताबिक, बीते 12 महीनों में 3% से ज्यादा लाभांश देने वाली 40 कंपनियों में से एक (हिंदुस्तान जिंक) को छोड़कर किसी का भी आंकड़ा 12% से ऊपर नहीं गया। लेकिन, सरकारी कंपनियों के शेयरधारकों को औसत से ज्यादा रिटर्न मिले। एसीसी, हीरो मोटोकॉर्प और बजाज ऑटो जैसी बड़ी कंपनियों का लाभांश भी 5% से कम ही रहा।
4 कारणों से ज्यादा लाभांश दे रहीं सरकारी कंपनियां