रूस-यूक्रेन जंग को लेकर अमेरिका के सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स लीक करने वाले शख्स को FBI ने गिरफ्तार कर लिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, 21 साल का जैक टेक्सीरा, मैसाचुसेट्स एयर नेशनल गार्ड का मेंबर था। फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (FBI) को खबर मिली थी कि अहम दस्तावेज लीक करने वाला अमेरिका के किसी मिलिट्री बेस में काम करता है।
FBI पिछले दो दिन से जैक पर नजर रख रही थी। इसके बाद गुरुवार दोपहर (भारतीय समय के मुताबिक, गुरुवार देर रात) जैसे ही वो अपने घर से बाहर निकला एजेंट्स ने उसे गिरफ्तार कर लिया। टेक्सीरा ने सबसे पहले गेमर्स के बीच पॉपुलर एक सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म- डिस्कॉर्ड के चैटरूम ‘ठग शेकर सेंट्रल’ में ये फाइल्स शेयर की थीं।
इस तस्वीर में लाल रंग के शॉर्ट्स पहना जैक टेक्सीरा दिख रहा है। FBI के एजेंट्स ने उसे गिरफ्तार किया।
FBI को जैक के घर से कई गन मिलीं
जैक को गन्स का शौक था। FBI एजेंट्स ने उसे उसके घर से गिरफ्तार किया। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इंवेस्टिगेशन के दौरान उसके घर से कई गन और हथियार बरामद हुए हैं। उसने डिस्कॉर्ड प्लेटफॉर्म पर अपना नाम भी ओरिजनल गैंगस्टर (OG) रखा था।
जैक ने 25 लोगों के एक चैटरूम में दावा किया था कि उसके पास सरकार से जुड़े ऐसे सीक्रेट्स हैं जो वो आम जनता से साझा नहीं करती। चैटरूम में मौजूद एक मेंबर ने FBI को बताया कि ग्रुप के युवा सदस्यों OG के मैसेज को बारिकी से पढ़ने की कोशिश करते थे। वो कई महीनों तक एक-एक करके ये दस्तावेज शेयर करता था। इनमें से ज्यादातर सरकारी ट्रांस्क्रिप्ट्स होती थीं।
डिफेंस डिपार्टमेंट के मुताबिक, जैक टेक्सीरा की एयर नेशनल गार्ड में भर्ती 26 सितंबर 2019 को हुई थी।
जैक साइबर ट्रांसपोर्ट सिस्टम स्पेशलिस्ट था, कल होगी कार्ट में पेशी
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय समयानुसार, 15 अप्रैल को बोस्टन की कोर्ट में जैक टेक्सीरा को पेश किया जाएगा। अटार्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा- टेक्सेरा को क्लासिफाइड नेशनल डिफेंस इंफॉर्मेशन को अन-ऑथराइजड रूप से हटाने, इसे अपने पास रखने और इसे फैलान के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि जैक का काम साइबर ट्रांसपोर्ट से जुड़ा था। उन्होंने कहा- जैक साइबर ट्रांसपोर्ट सिस्टम स्पेशलिस्ट था। वो ये सुनिश्चित करता था कि सिस्टम का ग्लोबल कम्युनिकेशन नेटवर्क सही से काम कर रहा है। उसे हाल ही में एयरमैन फर्स्ट क्लास के रैंक पर प्रमोट किया गया था।
लीक हुए डॉक्यूमेंट्स की तस्वीरें देखें…
लीक हुए डॉक्यूमेंट्स की इस तस्वीर में ये बताया गया है कि मई में यूक्रेन के एयर डिफेंस में कौन-सी कमियां आ जाएंगी।
ये अमेरिका के लीक हुए डॉक्यूमेंट्स की तस्वीर है। इसमें दिखाया गया है कि यूक्रेन का एयर डिफेंस कमजोर हो रहा है जिससे उन्हें रूस के आगे खुद का बचाव करने में दिक्कत होगी।
द पोस्ट ने लीक हुए दस्तावेजों से जुड़ी 300 तस्वीरें शेयर की हैं।
US की सिक्योर फैसिलिटी में रह चुका है टेक्सीरा
OG ने ग्रुप पर ये भी कहा था कि वो कई दिनों तक अमेरिका की एक सिक्योर फैसिलिटी में रहा था। यहां फोन या कोई और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं थी, ताकि सरकारी कंप्यूटर नेटवर्क पर मौजूद गुप्त जानकारी किसी गलत सोर्स के हाथ न लग सके।
OG ने बताया कि उसने इन डॉक्यूमेंट्स पर लिखी जानकारी हाथ से दूसरे पेपर पर कॉपी कर ली थी, जिससे वो अपने साथियों के साथ इसे साझा कर सके। उसने इन दस्तावेजों को समझाते हुए कुछ कोड वर्ड्स और शॉट फॉर्म्स का मतलब भी बताया। जैसे NOFORN का अर्थ है दस्तावेज में मौजूद जानकारी इतनी संवेदनशील थी कि इसे किसी भी हाल में दूसरे देशों के साथ साझा नहीं किया जा सकता।
वॉशिंगटन पोस्ट ने चैटग्रुप के सदस्यों की ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की है।
हाई-प्रोफाइल पॉलिटिकल लीडर्स से जुड़ी कई खुफिया जानकारी मौजूद
अपनी पहचान सीक्रेट रखने की शर्त पर वॉशिंगटन पोस्ट से चैटरूम के 2 सदस्यों ने बात की। उन्होंने बताया कि OG ने जो फाइल्स शेयर की उनमें कई संवेदनशील विषय शामिल हैं, जिन्हें देखने के लिए केवल उन्हीं लोगों के पास इजाजत हो सकती है जो सालों तक अमेरिकी सरकार के लिए काम कर चुके हों और उनकी हर तरह की जांच की जा चुकी हो। इसमें हाई-प्रोफाइल पॉलिटिकल लीडर्स के मूवमेंट्स, उनके खुफिया ठिकाने और मिलिट्री फोर्स से जुड़ी खुफिया जानकारियां मौजूद थीं।
इसके अलावा चुनावों में हस्ताक्षेप करने की विदेशी सरकारों की कोशिशों से जुड़ी भी पूरी डीटेल्स इन फाइल्स में लिखी हुई थीं। द पोस्ट से लीक हुए दस्तावेजों से जुड़ी करीबी 300 फोटोज शेयर की हैं। इसके अलावा ग्रुप के जिन सदस्यों ने ये जानकारी दी उनकी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई है।
डॉक्यूमेंट्स में खुलासा- यूक्रेन में तैनात हैं अमेरिका, ब्रिटेन और NATO फोर्स
रूस-यूक्रेन जंग के बीच ब्रिटेन की स्पेशल मिलिट्री फोर्स यूक्रेन में तैनात है। इसके अलावा अमेरिका की 14 टुकड़ियां भी यूक्रेन में मौजूद हैं। यूक्रेन में ब्रिटेन के विशेष बलों की 50 टुकड़ियां हैं, जो वहां सबसे बड़ी विदेशी फौज है। इसके बाद NATO के कई दूसरे देशों की टुकड़ियां भी मौजूद हैं। इनमें लातविया की 17 टुकड़ी, फ्रांस की 15 और नीदरलैंड्स की 1 टुकड़ी शामिल है।
वहीं, कुछ दूसरे दस्तावेजों के मुताबिक अमेरिका मानता है कि यूक्रेन में चल रहे रूसी सैन्य ऑपरेशन में काफी कमियां हैं जो आगे चलकर उसके लिए परेशानी पैदा करेंगी। वहीं यूक्रेन के हथियार और एयर डिफेंस भी काफी कमजोर है जिसकी वजह से कुछ महीनों बाद जंग में गतिरोध की स्थिति बन जाएगी।
लीक के बाद डॉक्यूमेंट्स का डेटा बदला
दस्तावेज लीक होने के बाद अमेरिकी विशेषज्ञों ने कहा था कि ये बदलाव रूस द्वारा गलत जानकारी फैलाने की कोशिश हो सकती है। हालांकि, ओरिजिनल डॉक्यूमेंट में मौजूद वेपन डिलवरी, सैन्य ताकत और दूसरी खुफिया जानकारी से जुड़ी तस्वीरों का लीक होना अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी के सिक्योरिटी सिस्टम में बड़ी गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। बाइडेन सरकार लगातार इन डॉक्यूमेंट्स को डिलीट करनी की कोशिश कर रही है।