भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के निवेश वाला ड्रोन स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस अपने एग्रीकल्चर ड्रोन्स के लिए एग्री सब्सिडी हासिल करने वाला पहला स्टार्टअप बन गया है। यह सब्सिडी एग्री ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की पहल का एक हिस्सा है।
इसके अलावा यह सब्सिडी गरुड़ एयरोस्पेस को ऑपरेशंस का विस्तार करने और अपने ड्रोन को भारत में किसानों तक आसानी से पहुंचाने में मदद करेगी। मंगलवार (11 अप्रैल) को पुणे में इस सब्सिडी स्कीम के तहत 8 किसानों को DGCA-अप्रूव्ड ‘गरुड़ किसान ड्रोन’ दिए गए।
क्या है यह सब्सिडी स्कीम?
एग्री ड्रोन सब्सिडी कृषि और किसान कल्याण विभाग की ओर से शुरू की गई एक योजना है। इस योजना के तहत, सरकार ड्रोन की खरीद के लिए वित्तीय सहायता देगी। स्कीम के तहत मिलने वाली सब्सिडी सभी के लिए अलग-अलग है।
इन्हें मिलेगी 100% सब्सिडी (10 लाख रुपए तक)
इन्हें मिलेगी 50% सब्सिडी (5 लाख रुपए तक)
इन्हें मिलेगी 40% सब्सिडी (4 लाख रुपए तक)
देशभर में ड्रोन टेक्नोलॉजी का होगा डेमोन्सट्रेशन
इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (ICAR) को 100 कृषि विज्ञान केंद्रों, आईसीएआर के तहत 75 संस्थान और 25 स्टेट एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी बड़े पैमाने पर ड्रोन टेक्नोलॉजी को डेमोन्सट्रेट करेंगे। इसके लिए 52.5 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। राज्य सरकारों को भी 70.88 करोड़ रुपए दिए गए है। इस राशि से ड्रोन का डेमोन्सट्रेस और किसानों को सब्सिडी भी दी जाएगी।
नवंबर-2022 में धोनी ने ‘किसान ड्रोन’ को लॉन्च किया था
पिछले साल नवंबर-2022 में धोनी ने गरुड़ एयरोस्पेस के स्वदेशी प्रोडक्ट ‘किसान ड्रोन’ को लॉन्च किया था। यह बैटरी से चलने वाला ड्रोन है, जो प्रति दिन 30 एकड़ भूमि पर कृषि कीटनाशक छिड़काव करने में सक्षम है। तमिलनाडु बेस्ड इस ड्रोन स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस के फाउंडर और CEO अग्निश्वर जयप्रकाश हैं।
इस स्टार्ट-अप के ब्रांड एंबेसडर और निवेशक भी हैं धोनी
धोनी पिछले साल जून-2022 में इस स्टार्ट-अप के ब्रांड एंबेसडर बने थे। धोनी ने इस कंपनी में निवेश भी किया है और वे इसके शेयरहोल्डर भी हैं। जयप्रकाश ने गरुड़ एयरोस्पेस को 2016 में बनाया था और यह कृषि में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन भी बनाती है। पिछले 6 सालों से B2B स्पेस में काम करने के बाद अब यह कंपनी B2C स्पेस में भी उतर चुकी है।
जून-2022 में गरुड़ एयरोस्पेस के ब्रांड एंबेसडर बने थे धोनी।
ड्रोन के इस्तेमाल से कैसे बदल सकती है खेती?
जनसंख्या के लिहाज से भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है और क्षेत्रफल के हिसाब से सातवां बड़ा देश है। ऐसे में इतनी बड़ी आबादी को अन्न सुरक्षा देना बेहद चुनौतीपूर्ण है। इसलिए जरूरी है कि पारंपरिक खेती की बजाय आधुनिक और तकनीकी खेती का विस्तार हो। खेती की बढ़ती लागत और प्राकृतिक आपदाओं के कारण भी किसानों को खेती से नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ऐसे में ड्रोन जैसी टेक्नोलॉजी के जरिए की गई प्रिसिजन फार्मिंग देश के किसानों को बेहतर विकल्प दे सकती है। ड्रोन का इस्तेमाल कर किसान लागत में कमी और समय की बचत कर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। पारंपरिक तरीके से कीटनाशकों का छिड़काव करने से हेल्थ पर इसका इफेक्ट पड़ता है। लेकिन ड्रोन के इस्तेमाल से इससे बचा जा सकता है।
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धोनी ने लॉन्च किया ‘ड्रोनी’: गरुड़ एयरोस्पेस का यह कैमरा ड्रोन दिसंबर तक इंडियन मार्केट में उतरेगा
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ‘ड्रोनी’ नाम का एक कैमरा-ड्रोन लॉन्च किया है। तमिलनाडु बेस्ड ड्रोन स्टार्टअप कंपनी गरुड़ एयरोस्पेस ने यह ड्रोन बनाया है। इस मेड इन इंडिया प्रोडक्ट में कई एडवांस फीचर्स हैं।