केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को कहा कि भारत में लोकतंत्र की हत्या सिर्फ एक बार 1975 में हुई थी। जैसा 1975 में हुआ, उसके बाद फिर कभी नहीं हुआ और आगे भी ऐसा कभी नहीं होगा। हम कानून में भरोसा करते हैं। देश में लोकतंत्र की भावना जिंदा है।
दरअसल, सोनिया गांधी के द हिंदू में छपे आर्टिकल के बाद रिजिजू ने यह बात कही है। उन्होंने एक ट्वीट में अपने कुछ भाषणों का वीडियो पोस्ट किया और कैप्शन दिया, ‘सोनिया गांधी लोकतंत्र के बारे में लेक्चर दे रही हैं? कांग्रेस की तरफ से न्यायपालिका की स्वतंत्रता के बारे में बात करने से ज्यादा बेईमानी वाली बात कोई नहीं हो सकती है।’
सोनिया ने अपने आर्टिकल में कहा था कि केंद्र सरकार लोकतंत्र के तीनों स्तंभों को खत्म कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर संसद में विपक्ष की आवाज दबाने, एजेंसियों के दुरुपयोग, मीडिया की आजादी खत्म करने, देश में नफरत और हिंसा का माहौल बनाने का आरोप लगाया।
यहां पढ़ें रिजिजू ने क्या कहा…
रिजिजू ने 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरफ लगाई गई इमरजेंसी का नाम लिए बिना कहा कि लोकतंत्र की हत्या सिर्फ एक बार 1975 में हुई है। फिर न ऐसा कभी हुआ, और न होगा। उन्होंने विपक्षियों से कहा कि आप चुनी हुई सरकार से सभी सवाल पूछें, लेकिन देश से सवाल न करें।
उन्होंने आगे कहा कि मुश्किल तब आती है जब कुछ लोग सोचते हैं कि देश पर राज करने का अधिकार उन्हें भगवान ने दिया है। कुछ लोगों या परिवारों को ऐसा लगता है कि वे आम नागरिकों से ऊपर हैं, वे खास बैकग्राउंड से आते हैं। तब उनकी सोच एक अलग लेवल पर चली जाती है। हमें कोर्ट ऑर्डर का पालन करना ही चाहिए, लेकिन जब किसी को लगता है कि वह कोर्ट से भी ऊपर है, तो वह कोर्ट के फैसले की आलोचना करने लगता है।
मैं देख रहा हूं कि संसद और संसद के बाहर भी, जो व्यक्ति सबसे ज्यादा बोलता है, वह कह रहा है कि उसे बोलने नहीं दिया जा रहा है। 1200 साल तक भारत पर विदेशियों का शासन क्यों रहा? ऐसा इसलिए नहीं हुआ कि भारत कमजोर था, बल्कि इसलिए हुआ कि भारतीय समाज के अंदर ऐसे कुछ तत्व थे, जिन्होंने उन विदेशी ताकतों का शासन बने रहने में मदद की।
कुछ दिन पहले ही चीफ जस्टिस ने कहा था कि उन पर अपने दायित्वों को पूरा करने का कोई दबाव नहीं डाला जा रहा है। सरकार उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं बना रही है। इसके बावजूद, कुछ लोग लगातार कह रहे हैं कि भारतीय लोकतंत्र गंभीर संकट में है और भारतीय न्यायपालिका का अंत हो गया है।
सोनिया गांधी ने आर्टिकल में लिखा था- PM मोदी जायज सवालों पर चुप्पी साध लेते हैं
सोनिया गांधी ने आर्टिकल में लिखा था कि देश को चुप करा देने से देश की परेशानियां हल नहीं हो जाएंगीं। PM मोदी जरूरी मुद्दों पर चुप हैं। उनकी सरकार के कामकाज से करोड़ों लोगों की जिंदगी प्रभावित होती है। बड़े मुद्दों पर जो भी जायज सवाल पूछा जाता है, प्रधानमंत्री उस पर चुप्पी साध लेते हैं।
1. कानून मंत्री बोले- अपना काम छोड़ राजनीति कर रहे जज
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि न्यायपालिका की कार्यवाही पारदर्शी नहीं है। वहां बहुत राजनीति हो रही है। यह पॉलिटिक्स बाहर से दिखाई नहीं देती है, लेकिन यहां बहुत मतभेद हैं और कई बार गुटबाजी भी देखी जाती है।
2. रिजिजू की कार को ट्रक ने टक्कर मारी:बाल-बाल बचे केंद्रीय मंत्री
जम्मू-कश्मीर में शनिवार को केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में रिजिजू बाल-बाल बच गए। कार को मामूली नुकसान पहुंचा है। कार के लेन बदलने की गलती के कारण ये हादसा हुआ है। रिजिजू जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे।