टूरिज्म के जरिए भारत की फॉरेन एक्सचेंज अर्निंग 2022 में 107% बढ़कर 1.34 लाख करोड़ रुपए हो गई है। यह साल 2021 में 65,070 करोड़ रुपए रही थी। इस बात की जानकारी सरकार ने अपने प्रोविजनल एस्टिमेट्स के अनुसार दी है। मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म ने शुक्रवार को स्टेटमेंट में कहा कि कोरोना महामारी के बाद टूरिज्म इंडस्ट्री ने रिकवरी के अच्छे संकेत दिए हैं।
2022 में 6.19 मिलियन फॉरेन टूरिस्ट अराइवल्स मिले
नॉर्थ-ईस्टर्न रीजन के मिनिस्टर ऑफ कल्चर, टूरिज्म एंड डेवलपमेंट जी किशन रेड्डी ने कहा कि 2021 के 1.52 मिलियन की तुलना में भारत को 2022 में 6.19 मिलियन फॉरेन टूरिस्ट अराइवल्स (FTAs) मिले हैं। गुरुवार को राज्य सभा में एक सवाल का जवाब देते हुए रेड्डी ने ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के इस लेटेस्ट डेटा की जानकारी दी है।
केंद्र सरकार फाइनेंशियल मदद प्रोवाइड कराती है
स्टेट गवर्नमेंट्स, यूनियन टेरिटरीज और सेंट्रल एजेंसियों को केंद्र सरकार प्लान्ड और फेज्ड मैनर में फाइनेंशियल मदद प्रोवाइड कराती है। जिससे वे सभी देश में टूरिज्म से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और फैसिलिटीज के डेवलपमेंट पर काम कर सकें। केंद्र सरकार अपनी स्वदेश दर्शन, प्रसाद और सेंट्रल एजेंसियों को सहायता स्कीम्स के तहत उन्हें यह मदद प्रोवाइड कराती है।
मिनिस्ट्री ने यह भी कहा कि मंत्रालय ने टोल फ्री नंबर 1800111363 पर 24×7 मल्टी-लिंगुअल टूरिस्ट इंफो हेल्पलाइन सेट-अप की है। इसके अलावा एक शॉर्ट कोड 1363 पर 10 इंटरनेशनल लैंग्वेज समेत 12 लैग्वेज- जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश, इटालियन, पुर्तगाली, रूसी, चीनी, जापानी, कोरियाई, अरबी, हिंदी और इंग्लिश लैंग्वेज में डोमेस्टिक और फॉरेन टूरिस्ट को सपोर्ट सर्विस प्रोवाइड कराई जाती है। जिससे टूरिस्ट्स को भारत में ट्रेवल से जुड़ी इंफॉर्मेशन और गाइडेंस दी जा सके।