वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह शुक्रवार को शाम तक बठिंडा के तलवंडी साबो में सरेंडर कर सकता है। अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने तलवंडी साबो के तख्त श्री दमदमा साहिब में विशेष सभा बुलाई है। यहीं उसके पहुंचने और फिर आत्मसमर्पण करने की चर्चा है। अमृतपाल पिछले 21 दिनों फरार है।
पंजाब पुलिस ने तलवंडी साबो में सख्त सुरक्षा व्यवस्था की है। पंजाब पुलिस की छुट्टियां 14 अप्रैल तक कैंसल कर दी गई हैं। जिन पुलिस कर्मचारियों ने छुटि्टयां ली हैं या छुट्टी पर हैं, उसे भी रद्द कर दिया गया है। उधर, पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल ने खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरांवाला की तरह दिखने के लिए जार्जिया में प्लास्टिक सर्जरी करवाई थी।
18 मार्च को फरार होने के बाद अमृतपाल ने 2 वीडियो जारी की। जिसमें अकाल तख्त जत्थेदार को 14 अप्रैल को बैसाखी के त्योहार पर तलवंडी साबो में सरबत खालसा बुलाने की अपील की।
ADGP ने कहा- सरबत खालसा मीटिंग को लेकर पुलिस अलर्ट है
सरबत खालसा होने या अमृतपाल की कॉल पर भीड़ जुटने के मुद्दे पर ADGP एसपीएस परमार ने कहा कि उनकी मीटिंग लिमिटेड लोगों की है। कार्यक्रम को लेकर भी पुलिस अलर्ट है। अभी हम सामान्य सिक्योरिटी को इंप्रूव करने के लिए पूरी कार्रवाई की जा रही है। 13 अप्रैल को तलवंडी साबो में बैसाखी पर मेला लगने की वजह से काफी भीड़ रहती है। इसलिए यहां फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है।
बठिंडा के तलवंडी साबो में पुलिस और रिजर्व फोर्सेस को तैनात किया गया है।
जत्थेदार से अमृतपाल समर्थक कर चुके हैं मुलाकात
अमृतपाल के पंजाब आने की खबर के बाद से पंजाब पुलिस अलर्ट पर है। 27 मार्च को जब अमृतपाल सिंह और उसका साथी पपलप्रीत होशियारपुर पहुंचे थे, तो उन्होंने एक गुरुद्वारे में शरण ली थी। इस दौरान गुरुद्वारे के एक प्रमुख व्यक्ति ने अमृतसर आकर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात की थी।
हालांकि जत्थेदार ज्ञानी इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। अनुमान है कि उस व्यक्ति ने जत्थेदार ज्ञानी की उपस्थिति में सरेंडर करने की बात कही थी। होशियारपुर के जिस गुरुद्वारे में अमृतपाल रुका था, वहां अमृतपाल पहले भी जा चुका है।
पंजाब आने से पहले 2 महीने जॉर्जिया में रहा, सर्जरी कराई
अमृतपाल सिंह जरनैल सिंह भिंडरांवाला (दाएं) की तरह दिखना चाहता है।
अमृतपाल ने जरनैल सिंह भिंडरांवाला की तरह दिखने के लिए जार्जिया में प्लास्टिक सर्जरी करवाई थी। डिब्रूगढ़ जेल में बंद उसके एक साथी ने पूछताछ के दौरान इसका खुलासा किया। उसने पंजाब पुलिस को बताया कि अमृतपाल ने यह सर्जरी पंजाब आने के 2 महीने पहले करवाई थी।
उसने यहीं हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी। इसमें उसका साथ हैंडलर परमजीत पम्मा और सिख फार जस्टिस के गुरपतवंत पन्नू ने दिया था। यहां अमृतपाल इन्हीं दोनों के संपर्क में था।