भाजपा का आज 44वां स्थापना दिवस है। इस मौके पर PM नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘आज तक जिन महान लोगों ने पार्टी को संवारा है, समृद्ध और सशक्त किया है, उन कार्यकर्ताओं और नेताओं को शीश झुकाकर प्रणाम करता हूं।’ 43 साल पहले 6 अप्रैल 1980 को भाजपा का गठन हुआ था।
उन्होंने कहा, ‘आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुमानजी की जयंती मना रहे हैं। बजरंगबली के नाम का घोष चारों तरफ गूंज रहा है। हनुमानजी का जीवन, प्रसंग आज भी हमें भारत की विकास यात्रा में प्रेरणा देते हैं। हमारी सफलताओं में महान शक्ति के आशीर्वाद प्रतिबिंबित होते हैं।’
मोदी के स्पीच की 8 बड़ी बातें, कहा- भाजपा हनुमानजी से प्रेरणा लेती है
- भारत बजरंगबली की तरह सुप्त शक्तियों का आभास कर चुका है: ‘हनुमानजी के पास असीम शक्ति है, उस शक्ति का इस्तेमाल वे तब कर पाते हैं, जब स्वयं पर से उनका संदेह खत्म होता है। 2014 से पहले भारत की भी यही स्थिति थी। भारत अब बजरंगबली की तरह अपने भीतर सुप्त शक्तियों का आभास कर चुका है। हनुमानजी के ऐसे ही गुणों से भाजपा कार्यकर्ता और पार्टी प्रेरणा पाते हैं।’
- भाजपा हनुमानजी की तरह काम करती है: ‘हनुमानजी सब कुछ कर सकते हैं, सबके लिए करते हैं, लेकिन अपने लिए कुछ नहीं करते। यही भाजपा की प्रेरणा है। एक और प्रेरणा है। जब हनुमानजी को राक्षसों का सामना करना पड़ा तो वो कठोर हो गए। जब भ्रष्टाचार, परिवारवाद, कानून-व्यवस्था की बात आती है तो भाजपा उतनी ही संकल्पबद्ध हो जाती है मां भारती को मुक्त कराने के लिए।’
- भाजपा भी ‘कैन डू’ एटीट्यूड की तरह कोशिश करती है: हनुमानजी का पूरा जीवन देखें तो उनके भीतर का कैन डू एटीट्यूड और संकल्पशक्ति हर प्रकार की सफलता में बहुत बड़ी भूमिका अदा करती है। कौन सो काज कठिन जग माही, जो नहिं होइ तात तुम पाई। ऐसा कोई भी काम नहीं है, जो हनुमान नहीं कर सकते। लक्ष्मण पर संकट आया तो हनुमान संजीवनी पर्वत ले आए। भाजपा भी लोगों की समस्या हल करने के लिए ऐसा प्रयास करती रही है, करती रहेगी। राम काज किन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम।
- कई लोगों को भाजपा के काम पच नहीं रहे: ‘जब हमारा मजाक उड़ाकर सफल नहीं हुए तो बादशाही मानसिकता वाले लोगों की नफरत और बढ़ गई। दशकों से हिंसा झेल रहे कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में शांति का सूरज उगेगा, ये उन्होंने सोचा नहीं था। आर्टिकल 370 इतिहास हो जाएगा, ये उन्होंने कल्पना नहीं की थी। जो काम दशकों तक नहीं हुए, वो भाजपा कैसे कर रही है, वो इन्हें पच नहीं रहा है।’
- हताश लोग कह रहे- मोदी तेरी कब्र खुदेगी: ‘नफरत से भरे ये लोग झूठ बोले जा रहे हैं। अपने भ्रष्ट कर्मों का खुलासा होते देख ये बेचैन हैं और हताशा से भर गए हैं। इतने निराश हैं कि एक ही रास्ता दिख रहा है। खुलकर कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। वो कब्र खोदने की धमकी दे रहे हैं।
- आज आम लोग भाजपा की ढाल बनकर खड़े हैं: बादशाही मानसिकता वाले इन लोगों को और पार्टियों को एक बात पता नहीं है। आज देश का गरीब, आम आदमी, युवा, माताएं-बहनें, शोषित-वंचित हर कोई भाजपा के कमल को खिलाने और रक्षा करने के लिए ढाल बनकर खड़ा है। लेकिन हमारा जोर विकास, देशवासियों के कल्याण पर है।’
- एक सांस में जितना बोल पाया, बोल दिया: मैं आंकड़े देता रहता हूं। 15-20 दिन की बात बताता हूं। जीएसटी के बाद किसी एक वित्तीय वर्ष में 18 लाख करोड़ रुपए का कलेक्शन, 16 लाख करोड़ का टैक्स दिया गया, यूपीआई से 14 लाख करोड़ ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड बना, 750 अरब के पार एक्सपोर्ट पहुंचा, 16 हजार करोड़ का डिफेंस एक्सपोर्ट हुआ, रेलवे ने डेढ़ हजार मीट्रिक टन से अधिक फ्रेट लोडिंग की। ये रिकॉर्ड दिखाते हैं कि देश कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक सांस में जितना बोल पाया मैं, उतना बोल दिया।
- अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना है: भाजपा को 21वीं सदी की भविष्य की पार्टी बनाना है। अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना है। लोग अभी से कह रहे हैं कि 2024 में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता। यह बात सही है,लेकिन भाजपा कार्यकर्ता के नाते हर नागरिक का दिल जीतना होगा। हर चुनाव उसी परिश्रम से लड़ना है, जैसा 80 के दशक से लड़ते आए हैं।